नई दिल्ली: यूपी में ताजमहल को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. पूरा विवाद बीजेपी विधायक संगीत सोम के बयान के बाद शुरू हुआ है. संगीत सोम ने ताजमहल को "भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा" बताया है.


हम इस इतिहास को बदल देंगे: संगीत सोम
उन्होंने कहा, ''हम किस इतिहास के बारे में बात कर रहे हैं ? ताजमहल के निर्माता (शाहजहां) ने अपने पिता को कैद कर दिया था. वह हिंदुओं को समाप्त करना चाहता था. यदि ये लोग हमारे इतिहास का हिस्सा हैं, तो यह हमारे लिए बहुत दुख की बात है और हम इस इतिहास को बदल देंगे.''


ओवैसी ने किया पलटवार- क्या लाल किले पर तिरंगा नहीं फहराएंगे पीएम
संगीत सोम के बयान का AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने विरोध किया है. ओवैसी ने कहा है कि लाल किला को भी गद्दार ने ही बनाया है तो क्या पीएम मोदी लाल किला पर तिरंगा नहीं फहराएंगे?


असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया, ''दिल्ली में हैदराबाद हाउस को भी 'गद्दार' ने ही बनाया था. क्या मोदी विदेशी मेहमानों को यहां आने से रोकेंगे. 'गद्दारों ने ही लाल किला को भी बनाया था क्या मोदी वहां तिरंगा फहराना बंद कर देंगे क्या मोदी और योगी देसी और विदेशी सैलानियों को ताजमहल नहीं जाने के लिए कहेंगे.''

बीजेपी ने निजी राय बता कर किया बचाव
बीजेपी नेता जीवीएल नरसिंह राव ने सोमवार को यह कहते हुए संगीत सोम का बचाव किया कि नेता को अपनी राय देने का हक है. राव ने आगे कहा “भारतीय इतिहास को विकृत करने का प्रयास किया गया है यह स्मारक बर्बरता का प्रतीक है, जहां तक संगीत सोम का संबंध है, उनके पास बोलने की स्वतंत्रता है यह उनका व्यक्तिगत दृष्टिकोण है और प्रत्येक वक्तव्य पर पार्टी लाइन की आवश्यकता नहीं है.”


पहले भी हो चुका है विवाद
ताजमहल को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है. यूपी टूरिज्म बुकलेट जो कि यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार के 6 महीने पूरे होने पर जारी हुई थी उसमें ताजमहल को शामिल नहीं किया गया था. योगी ने पिछली सरकारों द्वारा विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के दौरा करने पर ताजमहल के छोटे मॉडलों को उपहार देने के संदर्भ में कहा था कि, ताजमहल का "भारत की संस्कृति या विरासत के साथ कोई संबंध नहीं था.