26/11 Mumbai Terror Attack: मुंबई आंतकी हमले के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर उज्ज्वल निकम ने कहा है कि मामले में आरोपी पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा को जल्द ही प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाया जाएगा. निकम का बयान अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल की उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने 26/11 के मुंबई हमलों में शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग की थी. पटेल ने कहा कि फिलहाल तहव्वुर राणा की प्रत्यर्पण प्रक्रिया लंबित है. 


अमेरिका की एक अदालत ने गुरुवार (18 अगस्त) को तहव्वुर राणा की हेबीअस कॉर्पस रिट खारिज दी. इसके चलते अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अब बिना किसी बाधा के उसे भारत प्रत्यर्पित करने के लिए सार्टिफिकेट जारी कर सकेंगे. तहव्वुर राणा 2008 में मुंबई हुए आतंकवादी हमले में शामिल होने के आरोपों का सामना कर रहा है. 


अदालत ने खारिज की तहव्वुर राणा की याचिका
अमेरिकी अदालत राणा की हेबीअस कॉर्पस रिट खारिज करने पर उज्जवल निकम ने कहा, 'यह भारत के लिए एक बड़ी सफलता है और मुझे यह कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि यह भारत और अमेरिकी सरकार के बीच अच्छे संबधों के कारण संभव हो पाया है.'


अपराधियों को मिले सजा
उन्होंने कहा कि मुंबई पर हुए आतंकी हमले के अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए, चाहे वह कोई भी हो. निकम ने कहा, 'राणा की रिट खारिज होने के बाद अब यह अमेरिकी प्रशासन पर निर्भर करेगा कि वह तहव्वुर राणा को भारत को कब सौंपे.'


राणा के पास नहीं कोई विकल्प
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक निकम ने कहा कि अब इस मुद्दे पर अमेरिका और भारत दोनों की कूटनीति काम करेगी. अमेरिकी कानून के अनुसार अपराधी को अपने बचाव के लिए पूरा मौका दिया जाएगा. इसके बाद बहुत जल्द उसे भारत लाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि तहव्वुर राणा की याचिका खारिज हो गई है, इसलिए अब उसके पास कोई विकल्प नहीं है.


डेविड हेडली भी अमेरिका हुआ था गिरफ्तार
तहव्वुर राणा पहला व्यक्ति नहीं है, जो 26/11 हमले के आरोप में अमेरिकी जेल में सजा काट रहा है. राणा से पहले डेविड कोलमैन हेडली को भी अमेरिका ने गिरफ्तार किया था. निकम ने बताया कि राणा मूल रूप से पाकिस्तानी है और बाद में उसने अमेरिकी नागरिकता ले ली. वह अमेरिका में भी आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था.


आतंकी हमले के बाद भारत आया राणा
अब यह साफ हो गया है कि डेविड हेडली उसका दाहिना हाथ था और राणा की मिलीभगत से उसने मुंबई में इमिग्रेशन ऑफिस खोला था. इसलिए डेविड हेडली 26/11 के आतंकी हमले से पहले भारत आया था और हमले के बाद भी तहव्वुर राणा ने भी मुंबई का दौरा किया था.


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