रांची: झारखंड के पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले में बीजेपी से जुड़े आठ नेताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है. भारतीय जनता युवा मोर्चा, किसान मोर्चा, समेत बीजेपी से जुड़े आठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ इरादतन हत्या, मारपीट और अनुसूचित जाति-जनजाति की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. दी थी. भारतीय जनता युवा मोर्चा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सौ से अधिक कार्यकर्ताओं ने सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के साथ मारपीट की और उनके कपड़े फाड़ दिए थे. इसके बाद 20 हमलावर हिरासत में लिये गये थे.


पुलिस ने 92 अज्ञात लोगों को बनाया आरोपी


पुलिस ने समाजसेवी स्वामी अग्निवेश सहित जय मालतो, जोसेफ मालतो पर हुए हमले को लेकर 92 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया है. पुलिस को दिए गए बयान में जय मालतो ने कहा है कि लिट्टीपाड़ा में आयोजित दामिन स्थापना दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पाकुड़ पहुंचे स्वामी अग्निवेश को लेने के लिए होटल मुस्कान पहुंचे थे. स्वामी अग्निवेश को गाड़ी में चढ़ाने के लिए ला रहे थे कि होटल के बाहर भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े कार्यकर्ताओ और नेताओं ने पहले जाति सूचक गाली दी उसके बाद मारपीट की.


जय श्रीराम बोलते हुए किया गया था हमला


स्वामी अग्निवेश (78) पर भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) कार्यकर्ताओं ने 'जय श्री राम' का नारा बोलते हुए हमला किया था. यह घटना मंगलवार को तब हुई जब अग्निवेश लिट्टिपाड़ा के 195वें दामिन महोत्सव में भाग लेने के लिए होटल से निकलकर कार की ओर बढ़ रहे थे, तभी समूह उन पर टूट पड़ा. हमलावर इसके अलावा ये भी नारे लगा रहे थे, "अग्निवेश वापस जाओ, अग्निवेश वापस जाओ. अगर तुम्हें भारत में रहना है तो वंदे मातरम् कहना होगा."


बीजेवाईएम कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि अग्निवेश ईसाई मिशनरियों के कहने पर जनजातीय लोगों को उकसाने आए थे. विचलित नजर आ रहे अग्निवेश ने कहा, "मैं हर प्रकार की हिंसा के खिलाफ हूं. मेरी पहचान शांतिप्रिय व्यक्ति के रूप में है. मुझे नहीं पता कि मुझ पर हमला क्यों हुआ."



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