नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. आज रात नौ बजे उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था. एम्स में भर्ती करने के समय उनकी हालत बेहद गंभीर थी. इस बार चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया था. सुषमा स्वराज की गिनती प्रखर नेताओं में होती थी. जब साल 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनी तब उनके राजनीतिक अनुभव को देखते हुए उन्हें विदेश मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई. निधन के कुछ घंटे पहले उन्होंने अनुच्छेद 370 खत्म होने को लेकर केंद्र सरकार की तारीफ की थी.
पीएम मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वो लोगों के लिए प्रेरणा थीं. उन्होंने अपना जीवन लोगों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ''भारतीय राजनीति में एक शानदार अध्याय समाप्त होता है. भारत एक उल्लेखनीय नेता के निधन पर शोक व्यक्त करता है, जिन्होंने अपना जीवन सार्वजनिक सेवा और गरीबों के जीवन को समर्पित किया. सुषमा स्वराज जी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत थीं.''
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ''मैं ये नहीं भूल सकता कि किस तरीके से सुषमा जी ने पिछले पांच सालों में विदेश मंत्रालय में अथक परिश्रम किया. स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के बावजूद भी वह अपने काम के साथ न्याय करने के लिए हर संभव कोशिश करती थीं और अपने मंत्रालय के मामलों में अपटूडेट रहती थीं.उनकी मनोवृति और प्रतिबद्धता अद्वितीय थी.''
पीएम मोदी ने अपने एक दूसरे ट्वी में लिखा, ''एक शानदार प्रशासक, सुषमा जी जिस मंत्रालय का भार संभाला उन्होंने ऊंचे मानदंड स्थापित किए. उन्होंने दूसरे देशों से भारत के संबंधों को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाई. एक मंत्री के रूप में हमने उनके सहृदय पक्ष को देखा, जो भारतीयों की मदद कर रहे थे जो दुनिया के किसी भी हिस्से में संकट में थे.''
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