नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और अक्साई चिन सहित पूरा जम्मू कश्मीर भारत का 'अभिन्न अंग' है. अमित शाह ने कहा कि पीओके पर आज भी भारत का दावा उतना ही मजबूत है जितना पहले था.

गृह मंत्री ने सदन को आश्वासन दिया कि स्थिति सामान्य होते ही उचित समय पर जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने में इस सरकार को कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उचित समय से उनका आशय उतनी देर से नहीं है जितना अनुच्छेद 370 को समाप्त करने में लग गया. लोकसभा में अनुच्छेद 370 संबंधी संकल्प एवं राज्य पुनर्गठन विधेयक को चर्चा का जवाब देते हुए शाह ने कहा, "पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का क्षेत्र 'पीओके' बीजेपी और नरेन्द्र मोदी की सरकार किसी को दे ही नहीं सकते.

POK भारत का हिस्सा, इसके लिए हम जान भी देने को तैयार- अमित शाह

शाह ने कहा कि पीओके पर आज भी हमारा दावा उतना ही मजबूत है जितना पहले था. इससे पहले संकल्प पेश करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि क्या वह पीओके को भारत का हिस्सा नहीं मानती है? हम तो इसके लिए "जान भी देने को तैयार" हैं. जम्मू कश्मीर से संबंधित संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के सवालों पर शाह ने स्पष्ट किया कि 1965 में पाकिस्तान द्वारा भारत की सीमाओं का अतिक्रमण करने के साथ संयुक्त राष्ट्र का वह प्रस्ताव खारिज हो गया.

गृह मंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के प्रस्ताव संबंधी संकल्प को 72 के मुकाबले 351 मतों से स्वीकृति दी. एक सदस्य ने मत विभाजन में हिस्सा नहीं लिया. साथ ही निचले सदन ने जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक, 2019 को 70 के मुकाबले 370 मतों से स्वीकृति दी. राज्यसभा इन्हें सोमवार को ही मंजूरी दे चुकी है.

एसपी और एनसीपी ने वोटिंग से पहले किया वॉक आउट

लोकसभा में मतदान से पहले एसपी और एनसीपी ने वॉक आउट किया जबकि सत्तारूढ़ एनडीए में शामिल जेडीयू और विपक्षी तृणमूल कांग्रेस ने चर्चा के दौरान सरकार के इस संकल्प से विरोध जताते हुए सदन से बर्हिगमन किया. हालांकि एसपी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव मतदान के समय सदन में ही बैठे रहे. मतदान में सरकार के संकल्प और विधेयक को बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस, बीएसपी, तेलुगु देशम पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति के साथ ही कुछ निर्दलीय सदस्यों ने भी समर्थन दिया.

शाह जब कश्मीर से संबंधी संकल्प और विधेयक पर चर्चा का जवाब दे रहे थे तब सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे. इस दौरान बीजेपी सदस्यों ने "भारत माता की जय" सहित कई नारे लगाये. सदन की कार्यवाही स्थगित होने पर प्रधानमंत्री ने लद्दाख के सांसद नामज्ञाल की पीठ थपथपायी. मोदी एसपी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव, वाईएसआर के मिथुन रेड्डी, बीएसपी के दानिश अली, एनसीपी के सुप्रिया सुले सहित कई नेताओं से मिले.

अमित शाह ने वापस लिया जम्मू कश्मीर आरक्षण दूसरा संशोधन विधेयक 2019 

गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर आरक्षण दूसरा संशोधन विधेयक 2019 को वापस लेने की अनुमति मांगी. सदन ने इसकी अनुमति दी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संकल्प और विधेयक पारित होने के बाद अपने ट्वीट में सभी सदस्यों को दलगत भावना से उपर उठकर संसद में चर्चा में हिस्सा लेने के लिए बधाई दी. उन्होंने संसद में संकल्प और विधेयक के पारित हो जाने को सरदार पटेल, बाबा साहब अंबेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि बताया.

Full Speech: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- कश्मीर का मतलब पीओके और अक्साई चीन भी है