नई दिल्ली: विदेशी मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन में फंसे 20 भारतीयों को मदद का भरोसा दिलाया है. ये सभी भारतीय अपना ग्रुप वीजा खो जाने की वजह से चीन में फंस गए है. कौटिल्य बंसल नाम के एक व्यक्ति ने सुषमा से ट्विटर पर एक बच्चे समेत 20 भारतीयों की मदद का अनुरोध किया है.

कौटिल्य ने ट्वीट कर लगाई मदद की गुहार अनुरोध करते हुए कौटिल्य बंसल के हैंडल से लिखा गया, "नमस्ते सुषमा मैम, मेरी दो बहनें डॉ. विजयश्री और डॉ. ज्योति अग्रवाल, उनके पति कपीश मित्तल और अभय गुप्ता ग्रुप टूर में चीन गए थे. उन्होंने अपना ग्रुप वीज़ा खो दिया है. क्या आप इसमें मेरी मदद कर सकती हैं?"

सुषमा ने दिलाया मदद का भरोसा सुषमा ने इसके जवाब में बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास को टैग करते हुए कहा कि कृपया इसे जल्दी देखें. ग्रुप में एक बच्चा भी है. उन्होंने उस भारतीय नागरिक को मदद का भी भरोसा दिलाया, जिसके आठ साल के बच्चे का पासपोर्ट टोरंटो की यात्रा के दौरान डैमेज हो गया है.

ट्रोलिंग के बाद भी नहीं बदला सुषमा का व्यवहार आपको बता दें कि अपने मददगार रवैया के लिए मशहूर सुषमा स्वराज को हाल ही में बुरी तरह से ट्रोल किया गया. मामला यूपी में एक जोड़े के पासपोर्ट से जुड़ा था. जोड़े ने अंतर धार्मिक विवाह की वजह से पासपोर्ट विभाग पर भेदभाव का आरोप लगाया था जिसके बाद एक अधिकारी के तबादले से एक खास समुदाय के लोग सुषमा स्वराज से खफा थे. अपने विदेशी दौरे से लौटने के बाद सुषमा में ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वो देश से बाहर थीं और उनकी अनुपस्थिति ने जो हुआ उन्हें उसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने आगे लिखा कि उनके लिए "कुछ सम्मान भरे ट्वीट्स" किए गए हैं. उन्होंने उन्हें शेयर और लाइक किया.

जो ट्वीट्स विदेश मंत्री ने शेयर किए थे उनमें उन्हें पाकिस्तानी, गद्दार, देशद्रोही बताए जाने के साथ-साथ उनके मरने तक की दुआएं मांगी गई थीं. बावजूद ऐसी ट्रोलिंग के विदेश मंत्री के मददगार व्यवहार में कोई बदवाल नहीं आया है और ये बात उनके ताज़ा ट्वीट्स से भी साफ होती है.