सुशील चंद्रा ने मंगलवार को देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. इससे पहले सुनील अरोड़ा देश के मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य कर रहे थे.  सुशील चंद्रा का कार्यकाल अगले साल मई तक जारी रहेगा. चंद्रा के नेतृत्व में आने वाले समय में देश में गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. जाहिर है कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश सहित इन सभी राज्यों में चुनाव बेहतर ढंग संपंन करना उनके सामने चुनौती रहेगी.


उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में चुनाव की जिम्मेदारी


भारत निर्वाचन आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त के अतिरिक्त दो चुनाव आयुक्त होते हैं. सुशील चंद्रा को लोकसभा चुनाव से पूर्व फरवरी, 2014 में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति मिली थी. आमतौर पर निर्वाचन आयोग में सबसे वरिष्ठ आयुक्त को मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किए जाने की परंपरा हैं. सुशील चंद्रा की नियुक्ति भी इसी परंपरा के अनुरूप की गई है. निर्वाचन आयोग में कार्यभार संभालने से पूर्व चंद्रा केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं.


इंटरनेशनल टैक्सेशन के जानकार है सुशील चंद्रा


सुशील चंद्रा 1980 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं. वे महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और दिल्ली में कई उच्च पदों पर रह चुके हैं. इंटरनेशनल टैक्सेशन इस विषय में उन्हें महारत हासिल है. इससे पहले भारतीय रेवेन्यू सेवा से आने वाले टी. एस. कृष्णमूर्ति भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी बन चुके हैं. सुशील चंद्रा ने अपनी पढ़ाई रुड़की विश्वविद्यालय से की है. देहरादून के डीएवी कॉलेज से उन्होंने एलएलबी की डिग्री हासिल की है.


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