कोच्चि: केरल इन दिनों बाढ़ की त्रासदी झेल रहा है. बारिश और बाढ़ से अब तक 357 लोगों की मौत हो चुकी है. सौ साल के सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहे केरल में 44 नदियां उफान पर हैं. राज्य के 39 बांधों में से 35 बांधों पर पानी ओवर फ्लो कर रहा हैं. सूबे के 14 में 13 जिले सैलाब की कहर झेल रहे हैं. पीड़ित लोगों की राहत में प्रशासन लगा हुआ है और सेना पूरे जोर शोर से बचाव कार्य में लगी है.
भारतीय वायु सेना इस त्रासदी में लोगों की मदद करने में पूरे दम-खम से जुटी हुई है. यूं तो जंग के मैदान में देश की वायु सेना ने कई कारनामे किए मगर केरल में बाढ़ पीड़ितों के लिए वायु सेना ने जिस तरह से अपनी सेवा दी है वह भी तारीफ के काबिल है. बीते दिनों बाढ़ में फंसी गर्भवती महिला की मदद करने का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एयरलिफ्ट करके महिला को सुरक्षित अस्पताल लाया गया. जहां उस महिला ने बेच्चे को जन्म दिया.
अब वायुसेना ने एक बार फिर अपनी दिलेरी से लोगों का दिल जीता है. बाढ़ के दौरान अल्पाउझा जिले में अपने घर के छत पर फंसे बच्चे को वायु सेना ने एयरलिफ्ट कर के बचाया है. ऐसे कई मदद के किस्से हैं जो अभी गुमनाम हैं. वायु सेना के साथ एनडीआरएफ की टीम भी केरल में कदम से कदम मिला कर लोगों की मदद कर रही है.
राज्य के बाकी इलाकों की बात करें तो मध्य केरल के साथ सड़क और रेल लिंक पूरी तरह से बाधित है जिसमें एर्नाकुलम जैसा शहर भी शामिल है, जो शेष राज्य से कनेक्टिविटी के तौर पर पूरी तरह अलग हो गया है.