पुणे: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र में तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर हत्या मामले में कथित मुख्य शूटर सचिन प्रकाशराव आंदुरे को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद आज उसे पुणे की अदालत में पेश किया गया. जहां अदालत ने उसे 26 अगस्त तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया है. औरंगाबाद जिले के निवासी सचिन पर आरोप है कि उसने 20 अगस्त 2013 को दिन दहाड़े दाभोलकर पर गोलियां चलायी थी.
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि सचिन प्रकाशराव को पुणे में देर शाम गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि माना जाता है आंदुरे भी उन शूटरों में था जिसने 20 अगस्त 2013 को दिन दहाड़े दाभोलकर पर गोलियां चलायी थी.
दाभोलकर पर उस वक्त गोलियां चलायी गयी थी जब वह सुबह टहलने निकले थे. दाभोलकर अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम चला रहे थे. इससे पहले सीबीआई ने अपने आरोपपत्र में सारंग अकोलकर और विनय पवार का नाम कथित शूटर के तौर पर जिक्र किया था.
आरोपी की गिरफ्तारी पर दाभोलकर की बेटी ने कहा कि ये एक विचारधारा से अलग राय रखने की वजह से हत्या हुई थी. उन्होंने गौरी लंकेश, गोविंद पानसरे और एमएम कलबुर्गी की हत्या का जिक्र करते हुए कहा, ''दाभोलकर की हत्या के बाद इसी तरीके से तीन और हत्याएं हुई. जांच एजेंसियों का कहना है कि सभी चार हत्या का एक ही लिंक है. ये बड़ी साजिश है. इनलोगों की हत्या इसलिए हुई क्योंकि वे अलग राय रखते थे.''
2015 में 81 वर्षीय गोविंद पानसरे, 2016 में कर्नाटक के 77 वर्षीय एमएम कलबुर्गी और इसी साल वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या हुई. इन सभी को तर्कशास्त्री, अंधविश्वास विरोधी, विवेकशील, धर्मनिरपेक्ष, विद्वान और हिंदुत्वविरोधी माना जाता था.
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