सूरत: गुजरात के सूरत में बीती रात एक धार्मिक स्थल पर पत्थर फेंके जाने की घटना के बाद दो गुटों में हिंसा भड़क गई. इस हिंसा की चपेट में पुलिस वाले भी तब आ गई जब भीड़ ने उनपर पथराव करना शुरू कर दिया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस वालों ने भी आंसू गैस के गोले दागे.


इस हिंसा में छह लोग घायल हो गए, वहीं अबतक 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है. तनाव को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात और बताया जा रहा है कि फिलहाल हालात काबू में हैं.


आपको बता दें कि देश के कई हिस्से सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में है. लेकिन राहत की बात ये है कि पश्चिम बंगाल के आसनसोल और रानीगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बात हालात में सुधार हो रहा है. भले ही अब भी तनाव बन हुआ हो लेकिन हिंसा की कोई ताज़ा घटना नहीं हुई है.


इस हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की ममात सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच टकराव बरकरार है. आसनसोल में हुई साम्प्रदायिक हिंसा पर ममता सरकार ने गृह मंत्रालय को अभी तक रिपोर्ट नहीं सौंपी है.


आपको बता दें कि बिहार में भी दो जगहों पर साम्प्रदायित हिंसा हुई थी लेकिन क्रेंद ने बिहार सरकार से इसके ऊपर कोई रिपोर्ट नहीं मांगी, वहीं बंगाल सरकार से राज्य में हुई हिंसा को लेकर रिपोर्ट की मांग की गई जिससे केंद्र और बंगाल के बीच टकराव की स्थिति पैदा हुई.