Sudhanshu Trivedi on Rahul Gandhi: राज्यसभा में बीजेपी सासंद सुधांशु त्रिवेदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के समर्थन में बोलते हुए विपक्ष को जमकर खरी खोटी सुनाई. सोमवार (5 फरवरी, 2024) को खास तौर पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनकी नीति "बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय" की नहीं, बल्कि "परिजन हिताय और परिजन सुखाय" की रही है, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार "सर्वे भवंतु सुखिन:, सर्वे संतु निरामया" की नीति के साथ काम करती है.


टीवी चैनल्स पर बीजेपी की ओर से पैनलिस्ट के रूप में नजर आने वाले नेता ने आगे भारत की विदेश नीति की सराहना के साथ डिजिटल इंडिया अभियान की भी तारीफ की. स्पीच के दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का जिक्र किया और कहा- जब से राहुल गांधी के नेतृत्व में न्याय यात्रा शुरू हुई है, उसके बाद सारे गठबंधन के साथी साथ छोड़ते जा रहे हैं. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त पर सवाल खड़ा करने वाले (विपक्षी नेता) बताएं कि न्याय यात्रा किस मुहूर्त में शुरू की? बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में मौजूद थे. मुस्लिम पुलिस कांस्टेबल तक ने रामलला की रोशनी देखी मगर कांग्रेस को आज तक वह नहीं दिखी. 


'नेहरू-इंदिरा ने खुद को दिया था भारत रत्न'
बीजेपी नेता ने संबोधन के बीच कहा, भारत में दो ही ऐसे पीएम हुए जिन्होंने अपने तहत बनी समिति के जरिए खुद को भारत रत्न दे दिया पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उन सबको सम्मानित किया जिन्होंने देश के लिए काम किया. मदन मोहन मालवीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार ने उन्हें भारत रत्न दिया. गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के शासन में संघ पर प्रतिबंध लगा लेकिन मोदी सरकार ने उनकी मूर्ति दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति के तौर पर बनवाया. आज तक कांग्रेस के नेता उसे देखने तक नहीं गए. प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के नेता थे मगर हमारी सरकार ने उन्हें भारत रत्न दिया. हाल ही में कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न से सम्मानित किया क्योंकि हमारी नीति सबको सम्मान देने की है.


'US भारत को स्ट्रैटेजिक पार्टनर और रूस ट्रेडिशनल पार्टनर मानता है'
सुधांशु त्रिवेदी ने केंद्र सरकार की चलाई योजनाओं और विश्व में भारत की अन्य देशों के साथ मजबूत होते रिश्तों की भी बात की. पार्टी सांसद ने बताया कि आज दुनिया के दो सबसे ताकतवर और परस्पर विरोधी मुल्क - अमेरिका भारत को स्ट्रैटेजिक पार्टनर और रूस भारत को ट्रेडिशनल पार्टनर - साझेदार मानते हैं. यह नरेंद्र मोदी सरकार के काम करने का तरीका है.


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