नई दिल्ली: मोदी सरकार इन दिनों पेट्रोल-डीजल को लेकर सबसे ज्यादा आलोचना झेल रही है. आलोचनाओं से बचने के लिए अब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बड़ा कदम उठाया है. जेटली ने राज्यों से कहा है कि वह पांच फीसदी वैट कम कर दें ताकि लोगों को महंगाई से थोड़ी राहत मिल सके. कल ही केंद्र सरकार ने एक्ससाइज ड्यूटी में कटौती करके पेट्रोल दो रुपये सस्ता किया था.


सरकार ने लोगों के प्रति दिखाई प्राथमिकता- अमित शाह

वहीं, आज इस मामले पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है, ''पेट्रोल और डीजल के बढ़ते अंतर्राष्‍ट्रीय मूल्‍य के प्रभाव को कम कर आम आदमी और किसानों को राहत देना मोदी सरकार की प्राथमिकता को दर्शाता है.'' डिटेल में यहां क्लिक करके पढ़ें.


पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई दो रुपए की कटौती


बता दें कि कल सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर दो रुपए एक्साइज ड्यूटी घटाने का एलान किया था. जिससे पेट्रोल-डीजल के दामों में दो रुपए की कटौती हुई है. पिछले कुछ समय से सरकार पेट्रोल और डीजल के कीमतों में बढ़ोत्तरी की वजह से घिरी हुई थी क्योंकि कई बार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने के बाद भी घरेलू दामों में लगातार इजाफा हो रहा था. डिटेल में यहां क्लिक करके पढ़ें.


अर्थव्यवस्था को लेकर लगातार निशाने पर है मोदी सरकार


पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा के बाद अब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे अरुण शौरी ने भी नोटबंदी और अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है. एक निजी चैनल से बातचीत में अरुण शौरी ने कहा है, ‘’नोटबंदी काले धन को सफेद करने की सरकार की बड़ी स्कीम थी, जिसके पास भी काला धन था उसने नोटबंदी में उसे सफेद कर लिया.’’


शौरी आगे कहा है, ‘’बड़े आर्थिक फैसले सिर्फ ढाई लोग लेते हैं, पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और घर के वकील’’. उनका इशारा वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर था.


पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने भी मोदी सरकार को अर्थव्यवस्था के खराब हाल के लिए जिम्मेदार ठहराया था. बीजेपी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी लगातार मोदी सरकार पर वार करने वालों के सुर में सुर मिला रहे हैं. अब शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर उन लोगों पर हमला बोला है जो अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल उठाने पर ट्विटर पर उनका विरोध कर रहे हैं.


कौन हैं अरुण शौरी?


अरुण शौरी 1999-2004 के बीच वाजपेयी सरकार में विनिवेश मंत्री रहे. BALCO पहली सरकारी कंपनी थी जिसका शौरी के कार्यकाल में विनिवेश हुआ. देश के पहले और आखिरी विनिवेश मंत्री रहे, अभी ये विभाग वित्त मंत्री के पास होता है. साल 1998-2004, 2004-2010 दो बार राज्यसभा के सांसद रहे. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के संपादक भी रहे हैं.


यह भी पढें-


अब अरुण शौरी का मोदी सरकार पर हमला, कहा- ढाई लोग लेते हैं आर्थिक फैसले


तेल की कीमतें कम कर सरकार ने लोगों के प्रति दिखाई प्राथमिकता: अमित शाह


रोजगार और किसानों को लेकर पीएम पर राहुल का तंज, कहा- आपसे नहीं हो रहा है तो हमें दे मौका