Congress Chintan Shivir: राजस्थान के उदयपुर में 13 से 15 मई के बीच होने जा रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर को पार्टी ने 'नव संकल्प चिंतन शिविर' नाम दिया है. चिंतन शिविर में पार्टी मुख्य रूप से छह मुद्दों पर चर्चा करेगी. इसमें राजनीतिक, आर्थिक, समाजिक चुनौतियों के साथ-साथ किसानों, नौजवानों से लेकर पार्टी संगठन में बदलाव और 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.


इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 6 समितियों का गठन किया है. अहम बात है कि कुल 54 नामों में पार्टी नेतृत्व से असंतुष्ट चल रहे (जी-23) के वरिष्ठ नेताओं जिसमें, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि थरूर को प्रमुखता से जगह दी गई है. राजनीतिक मामलों की समिति के संयोजक मल्लिकार्जुन खड़गे बनाए गए हैं.


इसमें गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर, अशोक चव्हाण आदि नेताओं को जगह दी गई है. आर्थिक मामलों की कमिटी के प्रमुख पी चिदंबरम बनाए गए हैं. इसमें आनंद शर्मा, सचिन पायलट समेत कुल 9 नेता है. समाजिक न्याय से जुड़े मुद्दे पर बनी समिति का नेतृत्व सलमान खुर्शीद करेंगे. संगठन को लेकर बनी समिति मुकुल वासनिक, किसानों के मुद्दे पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और युवाओं के मुद्दे पर बनी समिति की कमान राजा वडिंग को दी गई है. इन समितियों की बैठक जल्द बुलाने के निर्देश दिए गए हैं. 


विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर का प्रस्ताव दिया था. कांग्रेस का पिछला चिंतन शिविर 2013 में जयपुर में आयोजित किया गया था तब राहुल गांधी को पार्टी उपाध्यक्ष बनाया गया था.


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