नई दिल्लीः महाराष्ट्र के नालासोपारा में सनातन संस्था से जुड़े एक शख्स वैभव राउत के घर से देसी बम और विस्फोटक बरामद हुआ है. इसबीच हिंदू जनजागृती समिति इस शख्स के पक्ष में खड़ी हो गई है. समिति का दावा है कि ये गिरफ़्तारी ग़लत तरीके से हुई है. वैभव राउत एक गौरक्षक है और उसे फंसाया जा रहा है.
हिंदू जनजागृती समिति ने कहा, 'वैभव राउत की गिरफ्तारी गलत तरीके से की गई है. ये गौरक्षक है और हिंदू गोवंश रक्षा समिति नामक संगठन से जुड़ा हुआ है. वैभव को इस मामले में फँसाया जा रहा है और ये कार्रवाई मालेगांव पार्ट-2 जैसे कार्रवाई लग रही है.'
गुरुवार की देर रात पालघर जिले के नालासोपोरा से महाराष्ट्र एटीएस और पालघर पुलिस ने ये विस्फोटक बरमाद किए . जांच अधिकारियों ने बताया, 'फारेंसिक टीम बुलाई गई और हम संबंधित पदार्थ का विश्लेषण कर रहे हैं कि क्या वह आरडीएक्स है.' एटीएस सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक वैभव राउत के घर से आठ देसी बम मिले है. जबकि घर से थोड़ी ही दूरी पर मौजूद उनके एक दुकान में बम बनाने की सामग्री मिली है.
क्या है मालेगांल मामला? साल 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में बम धमाका हुआ था जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. एटीएस ने इस मामले में साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित सहित 11 लोगों की गिरफ्तारी की थी. साल 2011 में NIA को जांच सौंप दी गई. इस वक्त साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित दोनों ही जमानत पर रिहा है.
क्या है सनातन संस्था? आपको बता दें कि सनातन संस्था पर तर्कवादियों की हत्या और धर्म के नाम पर हिंसा फैलाने का आरोप लगता रहा है. पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में भी संस्था के एक कथित सदस्य को पुलिस गिरफ्तार कर चुकि है. इसके अलावा एम कलबुर्गी, गोविंद पनसरे और दाभोलकर की हत्या में भी इस संस्था का नाम आ चुका है. हालांकि सनातन संस्था आरोपों से इनकार करती रही है.