Sikkim Landslide: सिक्किम में हुई भारी वर्षा के कारण उत्तरी सिक्किम के कई हिस्सों में सड़कें बंद कर दी गई. वहीं कई जगहों पर भूस्खलन की घटना भी सामने आई. इसी बीच भारतीय सेना ने शनिवार (17 जून) तक चुंगथांग में फंसे हुए 3 हजार 500 पयर्टकों को यहां से सुरक्षित निकाल लिया है. 

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शनिवार की दोपहर 3 बजे तक भारतीय सेना ने 2 हजार लोगों को बचा लिया था. इसके बाद फिर 1500 सैलानियों को सुरक्षित निकाला गया. दरअसल उत्तरी सिक्किम के लाचेन (Lachen) और लाचुग (Lachung) सहित कई हिस्सों में भारी बारिश होने के कारण लोग फंस गए थे. 

क्या तैयारी है? त्रिशक्ति कोर, भारतीय सेना (Indian Army) और सीमा सड़क संगठन (BRO) ने पर्यटकों के लिए फ्लैश फ्लड वाले एरिया में अस्थायी क्रासिंग बनाने के लिए पूरी रात काम किया. इसके अलावा लोगों को लिए टेंट, खाने और चिकित्सा सहायता की व्यवस्था भी की गई.  

राज्य सरकार ने किए ये इंतजामवहीं न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जिला प्रशासन ने फंसे हुए पर्यटकों को निकालने के लिए 19 बसों और 70 छोटे वाहनों को लगाया है. अधिकारियों ने बताया कि अब तक तीन बस और दो अन्य वाहन 123 पर्यटकों को लेकर राज्य की राजधानी गंगटोक के लिए रवाना हुए हैं।

उन्होंने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के त्वरित प्रतिक्रिया दल, सिक्किम पुलिस, जीआरईएफ ,बीआरओ, आईटीबीपी, सेना और ट्रैवल एजेंसी एसोसिएशन के कर्मी सिक्किम के कर्मी फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. 

अधिकारियों ने कहा कि भूस्खलन के कारण गंगटोक-नाथुला मार्ग के जेएन रोड, रेलखोला, 13 माइल व थुलो खोला में भी सड़क अवरुद्ध है. उन्होंने बताया कि अगले नोटिस तक त्सोमगो झील, बाबा मंदिर, नाथुला और उत्तरी सिक्किम के लिए सभी पर्यटक परमिट रद्द कर दिए गए हैं. 

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