Shubhanshu Shukla Return Live: शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी, कैलिफोर्निया के तट पर समंदर में ड्रैगन यान हुआ लैंड
Shubhanshu Shukla Return Axiom-4 Live Updates: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अपने क्रू मेंबर के साथ धरती पर लौट आए हैं. 10 दिन के आइसोलेशन के बाद उनका सामान्य जीवन शुरू होगा.
शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा, "ये भावुक पल है, बच्चे को देखकर बहुत अच्छा लगा रहा है. उसकी यात्रा अच्छी रही और हमारी बात होती रहती थी. ईश्वर को बहुत-बहुत धन्यवाद उसका मिशन पूरा हुआ. हम सभी देशवासियों का भी धन्यवाद करते हैं.... हम उसका बहुत अच्छे तरीके से स्वागत करेंगे."
IAF ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा, "...शुभांशु सकुशल पृथ्वी पर आ गया. हमारी यही इच्छा थी कि हमारा बच्चा सकुशल धरती पर वापस आ जाए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बच्चे को आर्शीवाद दिया और हमें बधाई दी..."
मिशन पायलट शुभांशु शुक्ला, मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ, ड्रैगन अंतरिक्ष यान से बाहर निकले और 18 दिनों में पहली बार गुरुत्वाकर्षण का अनुभव किया.

IAF ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की बहन शुचि मिश्रा ने कहा, "वो वापस आ गए हैं. यह पूरे देश के लिए बहुत गौरव का क्षण है...हम बहुत उत्साहित हैं…"
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला जल्द ही ड्रैगन अंतरिक्ष यान से बाहर निकलेंगे और 18 दिनों में पहली बार धरती के गुरुत्वाकर्षण को महसूस करेंगे.
ड्रैगन अंतरिक्ष यान को रिकवरी शिप शैनन पर चढ़ाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभांशु शुक्ला का पृथ्वी पर स्वागत करते हुए ट्वीट किया, "मैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं क्योंकि वह अंतरिक्ष में अपने ऐतिहासिक मिशन से पृथ्वी पर लौट हैं. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना के माध्यम से एक अरब सपनों को प्रेरित किया है. यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन - गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है."
ड्रैगन को अंतरिक्ष यान पर तैनात किया जाएगा. ड्रैगन अंतरिक्ष यान को रिकवरी शिप शैनन पर ले जाने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके बाद चारों अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर लाया जाएगा.
एक्सिओम-4 मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य लोग मंगलवार (15 जुलाई 2025) को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद 22.5 घंटे की यात्रा करके पृथ्वी पर लौट आए. सभी अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आ रहा ड्रैगन यान कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में उतरा.
अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिनों तक अंतरिक्ष में रहने के बाद एक्स-4 चालक दल के साथ धरती पर उतर गए हैं.
ड्रैगन पर पैराशूट लगा दिए गए हैं. इसकी स्पीड तेजी से स्लो रहा हो रहा है और प्रशांत महासागर से लगभग 15 किलोमीटर ऊपर उड़ रहा है. पानी में उतरने के लिए सीटों को घुमा दिया गया है.
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को लेकर लगातार स्पेस एक्स अपडेट शेयर कर रहा है. ड्रैगन कुछ ही देर में कैलिफोर्निया के समंदर में टचडाउन करेगा.
शुभांशु शुक्ला कुछ ही देर बाद धरती पर होंगे. स्पेसक्राफ्ट की स्पीड घटाई जा चुकी है. दोपहर 2:57 बजे डॉज पैराशूट खुलेंगे और इसके बाद 2:59 बजे मुख्य पैराशूट खुलेंगे.
कैप्सूल धीमा करने के लिए डी ऑर्बिट बर्न हो चुका है. अब स्पेसक्राफ्ट की स्पीड भी कम कर दी गई है. यह 27000 से 25000km/घंटे की रफ्तार से आ रहा है. इसके बाद ट्रंक जेटिसन किया जाता है. इसका मतलब कैप्सूल के अलावा जो भी पैनल होता है उसे अलग कर दिया जाता है और वहीं रहता है.
स्पेसक्राफ्ट के धरती पर उतरने के दौरान कई तरह की समस्याएं आती हैं. इसमें मौसम की स्थिति काफी अहम होती है. अगर मौसम खराब हुआ तो दिक्कत आ सकती है. हालांकि मौसम की स्थिति के आधार पर, हमेशा उतरने के लिए वैकल्पिक स्थान उपलब्ध होते हैं.
स्पेसक्राफ्ट की तेज स्पीड के कारण, किसी भी समस्या के होने पर रिकवरी होना काफी मुश्किल होगा, क्यों कि समय बहुत ज्यादा कम होता है. हाई स्पीड से आगे बढ़ रहे ड्रैगन पर, वायुमंडल की वजह होने वाले घर्षण के कारण बहुत अधिक गर्मी पैदा होती है.
स्पेसक्राफ्ट के पृथ्वी पर टचडाउन होने से पहले का प्रोसेस काफी अहम होगा. स्पेसक्राफ्ट की गति को धीमा करने के लिए थ्रस्टर्स को विपरीत दिशा में फायर किया जाता है, जो गति को धीमा कर देता है और पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण इसे अधिक बल के साथ खींचना शुरू कर देता है.
शुभांशु और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाले ड्रैगन अंतरिक्ष यान का नाम 'ग्रेस' है. इसे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के "हार्मनी पोर्ट" पर डॉक किया गया था.
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़ने के बाद से पृथ्वी के चारों ओर लगभग 1.22 करोड़ किलोमीटर की कुल दूरी तय की. उन्होंने 60 से अधिक प्रयोग किए और लगभग 20 आउटरीच गतिविधियाँ की.
शुभांशु शुक्ला और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी के लगभग 288 चक्कर लगाए. इस हिसाब से उन्होंने हर दिन 16 चक्कर लगाए.
एक्सीओम-4 मिशन पर गए अंतरिक्ष यात्रियों ने स्पेस स्टेशन में लगभग 433 घंटे बिताए थे. वे लगभग 18 दिनों तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में रहे और शून्य गुरुत्वाकर्षण का अनुभव किया. शुभांशु शुक्ला और उनके साथियों ने कई प्रयोग किए.
एक्सिओम-4 मिशन का स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन सैन डिएगो के तट के पास भारतीय समय के मुताबिक करीब 3.01 बजे समंदर में उतरेगा. इसको लेकर स्पेस एक्स ने अपडेट भी शेयर किया था.
स्पेसएक्स ने एक एक्स पोस्ट के जरिए बताया कि ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट एक तेज सॉनिक बूम के साथ आ सकता है. यह वायुमंडल में बहुत ही तेज गति से प्रवेश करेगा. इसी वजह से स्पेसक्राफ्ट की धमाके के साथ एंट्री हो सकती है.
शुभांशु शुक्ला का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है. इसकी स्पीड फिलहाल 28 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की है. हालांकि धरती के बेहद करीब आने के बाद स्पीड कम कर दी जाएगी.
ड्रैगन अंतरिक्ष यान इंटरनेशनल अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया है. इसमें थ्रस्टर फायरिंग नाममात्र की रही है, जिससे ग्रेस अंतरिक्ष स्टेशन से दूर चली गई है. कमांडर पैगी व्हिटसन ने एक्स-4 मिशन में सहयोग के लिए अंतरिक्ष स्टेशन के चालक दल को धन्यवाद दिया. अंतरिक्ष यान मंगलवार, 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे IST पर कैलिफोर्निया के तट पर लैंड करेगा.
नासा और स्पेसएक्स मिशन के कंट्रोल ने ड्रैगन अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष स्टेशन से अनडॉक करने की मंजूरी दे दी है.
शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष यान की अनडॉकिंग अब 10 मिनट लेट से होगी. नया अनडॉकिंग समय भारतीय समयानुसार शाम 4:45 बजे है.
Ax-4 मिशन अंतरिक्ष स्टेशन से अलग होने के लिए पूरी तरह तैयार है. टीम ने अंतिम जांच पूरी कर ली है.
शुभांशु शुक्ला समेत समते चारों अंतरिक्ष यात्री अब ड्रैगन यान में बैठ चुके हैं. अब सबकी निगाहें अनडॉकिंग पर टिकी हुई हैं. नासा के अनुसार ड्रैगन अंतरिक्ष यान का इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अलग होने का समय शाम 4.30 बजे (भारतीय समयानुसार) निर्धारित है.
शुभांशु शुक्ला समेत बाकी अतंरिक्ष यात्री भी अनडॉकिंग के लिए तैयार हो गए हैं. वे सभी अपनी-अपनी सीटों पर बैठ चुके हैं. अब से कुछ देर बाद अनडॉकिंग होगी.
शुभांशु शुक्ला और उनके साथियों ने एक्सिओम मिशन के दौरान कई अहम जानकारियां जुटाई हैं. वे 15 जुलाई को भारतीय समय के मुताबिक करीब 3 बजे कैलिफोर्निया पहुंचेंगे.
एक्सिओम मिशन 4 के तहत आईएसएस से वापसी कर रहे अंतरिक्ष यात्री अपने साथ करीब 263 किलोग्राम का अंतरिक्ष कचरा लेकर लौट रहे हैं. इसमें नासा का हार्डवेयर शामिल है.
Axiom-4 मिशन के तहत अतंरिक्ष यात्रा पर गए शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी होने वाली है. वे आज शाम करीब साढ़े चार बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से रवाना होंगे.
बैकग्राउंड
भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिन की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) यात्रा के बाद धरती पर लौट आए हैं. उनका स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन कैलिफोर्निया तट के पास प्रशांत महासागर में सुरक्षित लैंड हुआ.
शुभांशु शुक्ला करीब 20 दिनों के बाद अंतरिक्ष से धरती पर वापसी के लिए सोमवार को निकल गए थे. Axiom-4 मिशन का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अनडॉक हुआ था. शुभांशु का स्पेसक्राफ्ट आज 15 जुलाई को कैलिफोर्निया के समंदर में उतरेगा.
शुभांशु नासा के केनेडी स्पेस सेंटर से अपने तीन अन्य साथियों के साथ 26 जून को अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे. उनके साथ अमेरिका के अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन, पोलैंड के सावोस्ज उजनान्स्की और हंगरी तिबोर कपू भी गए थे. इन चारों ने पृथ्वी की परिक्रमा करने के दौरान करीब 6 मिलियन मील से ज्यादा की दूरी तय की. इन अंतरिक्ष यात्रियों ने कई अहम प्रयोग भी किए, जिसमें कई तकनीकें भी शामिल हैं.
Axiom-4 मिशन पर गए सभी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक खास विदाई समारोह भी आयोजित किया गया. शुभांशु शुक्ला ने विदाई समारोह के दौरान कहा, ''जल्द धरती पर मुलाकात करेंगे.'' ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग के लगभग 22.5 घंटे बाद कैलिफोर्निया के समंदर में उतरने की उम्मीद है. शुभांशु की वापसी को लेकर एक और अहम जानकारी सामने आई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें वापसी के 7 दिन बाद तक रिहैबिलिटेशन में रहना होगा, जिससे शुभांशु पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण स्थिति में सहज रूप से रह सकें.
शुभांशु की वापसी को लेकर उनका परिवार बेसब्री से इंतजार कर रहा है. उनके पिता शंभू दयाल शुक्ला और मां आशा शुक्ला ने बेटे की वापसी को लेकर खुशी जाहिर की है. शुभांशु अंतरिक्ष यात्रा से पहले परिवार के लिए सोशल मीडिया पर खास पोस्ट शेयर कर गए थे. इसमें उन्होंने अपनी पत्नी का भी जिक्र किया था.
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