Sanjay Raut on BJP and Narendra Modi: शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बुरी तरह भड़के हैं. सोमवार (11 मार्च, 2024) को उन्होंने तंज भरे अंदाज में कहा कि ये लोग (बीजेपी वाले) अपने डिजिटल वॉर रूम में से किसी को उठाकर चुनाव आयोग (ईसी) में बैठा देंगे. वही व्यक्ति बीजेपी के हिसाब से ईसी में काम करेगा. 
 
महाराष्ट्र के मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवसेना के मुखपत्र दैनिक सामना के कार्यकारी संपादक ने दावा किया, "ये लोग (भाजपाई) अपने हिसाब से व्यक्ति ढूंढ लेंगे और फिर उसे ईसी में बैठा देंगे. वह इंसान बीजेपी के अनुसार काम करेगा." वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए संजय राउत ने आगे बताया कि नरेंद्र मोदी खुद को देश का प्रधानमंत्री नहीं मानते हैं. वह अपने आप को गुजरात का प्रधानमंत्री मानते हैं या फिर कभी-कभी सिर्फ 1 जात के पीएम हो जाते हैं.


अरुण गोयल के संदर्भ में आई टिप्पणी


शिवसेना सांसद की ये टिप्पणियां ऐसे वक्त पर आईं, जब लोकसभा चुनाव 2024 के शेड्यूल के संभावित ऐलान से कुछ दिन पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा (9 मार्च 2024 को) दे दिया था. अरुण गोयल का कार्यकाल पांच दिसंबर 2027 तक था और मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार के सेवानिवृत्त के बाद वह अगले साल फरवरी में संभवत: सीईसी का पदभार संभाल लेते. अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद सियासी दलों ने इसे मुद्दा बनाने की कोशिश और सवाल उठाया कि कहीं उन्होंने चुनाव लड़ने के इरादे से तो ऐसा नहीं किया? हालांकि, तत्काल यह पता नहीं चल पाया था कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया? 


क्या होता है डिजिटल वॉर रूम?


वॉर रूम टर्म 2 शब्दों से मिलकर बना है. वॉर (War) का मतलब जंग या युद्ध होता है, जबकि रूम (Room) के मायने कमरे से हैं. राजनीति या फिर चुनाव के संदर्भ में डिजिटल वॉर रूम वह जगह होती है, जहां से सियासी दल दूसरी पार्टियों के खिलाफ चुनावी अभियान तेज करती हैं. वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए यहीं से प्रचार-प्रसार भी करती हैं.