नई दिल्ली: कांग्रेस के युवा नेता शहजाद पूनावाला ने एक बार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला है. शहजाद पूनावाला ने कहा है कि कांग्रेस राहुल के खिलाफ डमी उम्मीदवार उतारेगी. उन्होंने कहा है कि ये मेरी पार्टी के लिए सबसे काला दिन है. इससे पहले भी शहजाद ने वंशवाद का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा था.
पार्टी के इतिहास में ये सबसे काला दिन- शहजाद
शहजाद पूनावाला ने आज ट्वीट किया है, ‘’ पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया है कि वंशवाद के सलाहकार शहजादा के खिलाफ डमी कैंडिडेट उतारने की सोच रहे हैं. वाकई!! इतना नाटक क्यों?’’ उन्होंने आगे लिखा है, ‘’एक शुभचिंतक ने सलाह दी है कि शहजाद आज कांग्रेस दफ्तर पहुंचकर दूसरे सफदर हाशमी मत बनना.‘’ शहजाद पूनावाला ने कहा कि मेरी पार्टी के इतिहास में ये सबसे काला दिन है.
पीएम मोदी ने किया शहजाद के बयान का जिक्र
बता दें कि कल गुजरात में रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहजाद पूनावाला के बयान का जिक्र करते हुए कहा था, ''शहजाद नाम के एक युवक ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर अपनी आवाज उठाई थी, शहजाद महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेता है. कांग्रेस में उस युवक की आवाज दबाने की कोशिश हुई और सोशल मीडिया ग्रूप से उसे निकाल दिया गया.''
पीएम ने कहा, ''जहां आंतरिक लोकतंत्र नहीं है वहां आम जनता के लिए काम नहीं हो सकता. इस युवक ने बड़ी हिम्मत का काम किया है, लेकिन दुख की बात है की ऐसा कांग्रेस में हमेशा होता है.'' पीएम मोदी के इस बयान के बाद शहजाद ने उनको शुक्रिया भी कहा.
शहजादे ने की पीएम मोदी की तारीफ
शहजाद ने ट्विटर पर लिखा, ''धन्यवाद प्रधानमंत्री, वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ाई जारी रखूंगा. मैं दबाव के आगे चुप नहीं होने वाला.'' वहीं, एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘’मैंने हमेशा पीएम मोदी की आलोचना की है, लेकिन आज उन्होंने मेरा नाम लिया. ये परवरिश का फर्क है. अहंकार में डूबे शहज़ादे और नीचे से मेहनत कर ऊपर पहुंचे व्यक्ति में यही फर्क होता है.’’
क्या सफदर हाशमी मामला?
सफदर हाशमी एक कट्टर कम्युनिस्ट नाटककार, कलाकार, निर्देशक, गीतकार थे. सफदर जन नाट्य मंच और दिल्ली में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के स्थापक-सदस्य थे. हाशमी की जनवरी 1989 में दिल्ली से सटे ग़ाज़ियाबाद में एक नुक्कड़ नाटक 'हल्ला बोल' खेलते हुए हत्या कर दी गई थी. ग़ाज़ियाबाद नगरपालिका चुनाव के दौरान नुक्कड़ नाटक 'हल्ला बोल' का प्रदर्शन किया जा रहा था तभी शफदर के ग्रुप पर कांग्रेस (आई) से जुड़े कुछ लोगों ने हमला कर दिया. इस हमले में सफदर बुरी तरह से जख्मी हुए और उसी रात उनकी मौत हो गई.