Shashi Tharoor on Communal Issues: दिल्ली और जहांगीरपुरी और अन्य कई राज्यों में बढ़े सांप्रदायिक तनाव पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की है. कांग्रेस ने बातचीत के दौरान कहा कि हिंसा के बाद जो कार्रवाई हुई है वो संविधान के खिलाफ था. 


कांग्रेस नेता ने कहा, ' कार्रवाई से पहले अतिक्रमण के खिलाफ पर जांच तो होने देते. कोई प्रोसेस फॉलो नहीं किया, ना कोई नोटिस दिया. सुप्रीम कोर्ट के स्टे आर्डर के चार घंटे तक कार्रवाई करते रहिए. पूरे देश की इमेज क्या होगी, लोकतंत्र की इमेज क्या होगी सोच के दुख होता है. पुलिस ने बिना अच्छी तरह जांच किए तय किया एक्शन लेंगे और इनके घरों को तोड़ रहे ये तो आमनविय है.'


शशि थरूर ने आगे कहा, 'इंटेंट साफ है कि एक संदेश दे रहे हैं एक समुदाय को कि आपलोगों का स्टेटस अब इस देश में बदल गया है और हम तय करेंगे आप किस किस्म से जियेंगे इसमें अगर किसी ने पत्थर फेंका था तो कभी इस तरह का काम हम डिफेंड नहीं करेंगे और एक्शन लेते मगर एक्शन क्या है, कहीं लिखा है? आपका घर तोड़ देगा, किस नियम के अनुसार है ये?'


कांग्रेस नेता ने कही ये बड़ी बात


उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री के नीचे भी मंत्री है जो तय कर सकते थे. ये नहीं होगा लेकिन हम तो देखे हैं इस सरकार को 8 साल से, उनकी खामोशी बहुत बोलती है. जब कोई भी विषय पर वो कुछ भी नहीं कहते हैं उस ना कहने में एक संदेश है. गृह मंत्री हैं और मंत्री भी हैं, राज्यों के मुख्यमंत्री भी होते हैं. हालांकि दिल्ली में बात अलग है. लेकिन वो भी कुछ बोले नहीं.' ये कहते हुए उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा.'


शशि थरूर ने कहा, 'किसी मुस्लिम देश जाके देखते एक ज़माने में, भारतवासी होते तो लोग आपको इज्ज़त से देखते क्योंकि हम सबका सम्मान करते थे, मुसलमान इस देश में गर्व से जीते थे, मगर अब क्या कह रहे लोग कि भारत में Minority Persecution चल रहा है, Islamophobia का राज है. ये तो हमारे देश के लिए दुनिया की आखों में बहुत बुरा है. घटनाएं तो काफी हो गई, अगर इसके खिलाफ़ एक्शन नहीं होगा तो लोग यही सोचेगे कि ये तो सरकार के Approval से चल रहा होगा.'


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