पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत को लेकर गहराया सस्पेंस अब दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया है. इमरान खान के बेटे कासिम खान ने शहबाज सरकार से अपने पिता के जिंदा होने का सबूत मांगा है. इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा इमरान खान के स्वास्थ्य को लेकर सच्चाई छिपाने पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि एक इंसान दांव पर लगा है और क्रिकेट प्रशंसक समेत कई लोग जानना चाहते हैं कि उनके साथ क्या हुआ है.
'किसी ने भी इमरान के जीवित होने का नहीं दिया सबूत'
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "दूसरे देश के आंतरिक मामलों में टिप्पणी करना सही नहीं होगा, लेकिन यह निश्चित रूप से चिंता का विषय है कि इस मामले पर इतनी चुप्पी है. कई लोग दावा कर रहे हैं कि उनके साथ बहुत बुरा हुआ है, लेकिन पाकिस्तान सरकार और अधिकारियों ने कुछ नहीं कहा है. यह चुप्पी बुरी है. उनके बेटे ने कहा गया था कि वह अपने पिता के जीवित होने का प्रमाण चाहता है. अभी तक किसी ने भी उनके पिता के जीवित होने का कोई सबूत नहीं दिया है. यह चिंता का विषय है."
'पाकिस्तानी सरकार के देनी चाहिए सफाई'
उन्होंने कहा, "यह पाकिस्तान का आंतरिक मामला है, लेकिन एक इंसान दांव पर लगा है. क्रिकेट प्रशंसक और अन्य लोग हैं जो जानना चाहेंगे कि उनके साथ क्या हुआ. आप किसी को जेल में डालकर उसे गायब नहीं कर सकते इसलिए अगर कुछ हुआ है तो मेरे विचार से अधिकारियों को इस पर सफाई देनी चाहिए."
इमरान खान के परिजन को मिलने से पुलिस ने रोका
इमरान खान के परिवार और उनके समर्थक में से किसी को भी उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. उनकी पार्टी के एक मात्र मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को भी उनसे नहीं मिलने दिया गया और जेल के बाहर रोक दिया गया. इमरान खान की बहनें नोरीन नियाजी, अलीमा खान और डॉ. उजमा खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अन्य सदस्यों के साथ बीते एक महीन से जेल के बाहर बैठी हुईं थी, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की.