Delhi News: दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की सोमवार (22 मई) को तिहाड़ जेल में अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल लाया गया, जहां उनका चेकअप किया गया. सत्येंद्र जैन को स्पाइनल इंजरी की गंभीर समस्या है. जेल के बाथरूम में गिरने के कारण उन्हें यह समस्या हुई है. सत्येंद्र जैन ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अंतरिम जमानत की अपील करी है. 


तीन मई 2023 को किए गए एक एमआरआई में सत्येंद्र जैन के सभी इंटरवर्टेब्रल डिस्क में गिरावट का पता चला. डॉक्टरों ने तत्काल रीढ़ की हड्डी/वर्टेब्रल सर्जरी और उचित पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल की सलाह दी है. इसके लिए सत्येंद्र जैन को जेल अधिकारियों द्वारा प्रतीक्षा सूची में नंबर 416 पर रखा गया है और उम्मीद है कि अगले 5 महीनों के बाद ही वे सर्जरी करा पाएंगे. इससे उन्हें गंभीर समस्या हो सकती है. उन्हें रात को नींद नहीं आती है और वो गंभीर अवसाद (Depression) में भी हैं.


अरविंद केजरीवाल ने भी की प्रार्थना


दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के अस्पताल में भर्ती होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि मैं सत्येंद्र जैन जी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. बीजेपी सरकार के इस अहंकार और ज़ुल्म को दिल्ली और देश के लोग अच्छे से देख रहे हैं. भगवान भी इन अत्याचारियों को कभी माफ नहीं करेंगे. इस संघर्ष में जनता और ईश्वर हमारे साथ हैं. हम सरदार भगत सिंह के चेले हैं. ज़ुल्म, अन्याय और तानाशाही के खिलाफ हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी.


दरअसल, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन करीब एक साल से तिहाड़ जेल में बंद हैं. पिछले एक साल से उन्होंने केवल फल खाया है और रेगुलर डाइट नहीं ली है. सत्येंद्र जैन ने पहले कोर्ट से यह अपील भी की थी कि वे धार्मिक परंपराओं का पालन कर रहे हैं और मंदिर गए बिना पका भोजन नहीं खाते हैं. वे रोज पहले मंदिर जाते हैं, उसके बाद पका भोजन खाते हैं. धार्मिक आस्था के कारण सत्येंद्र जैन के पिछले एक साल में स्पाइन से जुड़े 2 ऑपरेशन हुए हैं. 


सत्येंद्र जैन 358 दिनों से पका भोजन छोड़ चुके हैं
सत्येंद्र जैन अपने नियमानुसार लगभग 358 दिनों से पका भोजन छोड़ चुके हैं और सिर्फ फल व कच्ची सब्जियों पर निर्वहन कर रहे हैं. पका भोजन न लेने की वजह से उनको सीवियर मैस्कुलर लॉस हुआ है. इस स्थिति को मैस्कुलर एट्रॉफी भी कहते हैं. इसकी वजह से  पिछले एक साल में सत्येंद्र जैन का करीब 35 किलोग्राम वजह कम हो गया है. उनके शरीर पर गंभीर मांसपेशी एट्रोफी और ज्यादातर हड्डियां बची हैं.


बाथरूम में गिर गए थे सत्येंद्र जैन


वहीं, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन पिछले दिनों तिहाड़ जेल में बाथरूम में गिर गए थे, जिसकी वजह से उनके रीढ़ की हड्डी में काफी गंभीर चोट आ गई थी. डॉक्टरों ने बताया था कि उनके रीढ़ की हड्डी की तत्काल सर्जरी की जरूरत है. इन वजह से सत्येंद्र जैन को रात में नींद नहीं आती है. बीआईपीएपी मशीन के इस्तेमाल से उनको नींद आती है. वर्तमान में वे गंभीर अवसाद में हैं. इन्हीं वजहों से उनके वकील द्वारा मेडिकल आधार पर उनकी जमानत की मांग की गई है.


पिछले हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट में मेडिकल अधार पर जमानत को लेकर हुई सुनवाई के दौरान सत्येंद्र जैन के वकील ने कहा था कि जेल में उनका वजन 35 किलोग्राम से ज्यादा कम हो गया है और स्वास्थ्य ठीक नहीं है. उनके रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आने के बाद जीबी पंत अस्पताल ने उनकी तुरंत सर्जरी करने के लिए कहा है. जैसे-जैसे दिन गुजर रहे हैं सत्येंद्र जैन का स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है और उनकी हालत गंभीर होती जा रही है.


इन स्वास्थ्य कारणों से सत्येंद्र जैन ने की है अंतरिम जमानत की अपील—


1- सत्येंद्र जैन की पीठ के निचले हिस्से में तीव्र दर्द और संबंधित वर्टिगो है. वे स्लिप्ड डिस्क के कारण पीठ के निचले हिस्से में पुराने दर्द से पीड़ित है. दर्द उसके निचले अंगों तक फैल जाता है और लगातार झुनझुनी, सुन्नता और सनसनी की स्थिति में ले जाता है. उनके गर्दन में भी दर्द है जो उसके ऊपरी बांहों को प्रभावित करता है और उन्हें सिर को घूमने में दिक्कत होती है. उन्हें चलने में भी भारी परेशानी होती है.


2- दवाओं के साथ पिछले 10 महीने का कंजरर्वेटिव उपचार किया गया है. साथ ही फिजियोथेरेपी भी की गई है. उनकी एनेस्थीसिया के तहत 2 सर्जरी भी की गई हैं. फिर भी समस्या बनी रहती है और वे अपने पैरों में सुन्नता, दर्द और कमजोरी से जूझ रहे हैं. 58 वर्षीय सत्येंद्र जैन को बार-बार होने वाले दर्द के        कारण चलने में भी कठिनाई होती है.


3- 03 मई 2023 को सत्येंद्र जैन की एमआरआई हुई थी. इसकी रिपोर्ट उनके सभी इंटरवर्टेब्रल डिस्क में अवनति को दर्शाता है. इसलिए उन्हें तत्काल स्पाइनल/वर्टेब्रल सर्जरी और उचित पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल की आवश्यकता है. उनको प्रतीक्षा सूची में नंबर 416 के रूप में रखा गया है. अगर वे हिरासत में       रहते हैं, तो अगले 5 महीनों के बाद ही उनकी सर्जरी हो पाएगी. इसके अलावा, उनको उच्च प्रोटीन आहार और पर्याप्त धूप में रहने की भी सिफारिश की गई है. जब तक कि वे जेल में है, तब तक यह संभव नहीं है.


4- सत्येंद्र जैन स्लीप एपनिया से पीड़ित हैं. जिसका अर्थ है कि सोते समय उनकी सांस अक्सर रुक जाती है. यह एक बहुत ही गंभीर स्थिति है जो मौत का कारण बन सकती है. उनको बीआईपीएपी मशीन की मदद से सोना पड़ता है, जो लगातार उसके फेफड़ों में हवा भरती है.


5- सत्येंद्र जैन पिछले साल कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार हो गए थे और पोस्ट कोविड लंग फाइब्रोसिस से पीड़ित है. इसलिए वे सांस की दिक्कत से पीड़ित हैं. यह और भी खतरनाक है, क्योंकि वे पहले से ही स्लीप एपनिया से पीड़ित हैं.


6- सत्येंद्र जैन का वजह घटना बेहद चिंताजनक है. उनका जेल में पिछले एक साल के दौरान 35 किलो वजन कम हो गया है. वे मस्कुलर एट्रोफी से भी पीड़ित है.इसलिए उनके शरीर में ताकत और मांस दोनों कम होती जा रही है.


7- सत्येंद्र जैन भारी अवसाद में हैं. उनको जेल में डिप्रेशन का पता चला, जिसके बाद उनको दवा और थेरेपी दी गई है. वे पहले ही 3 थेरेपी सेशन से गुजर चुके हैं.


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