Satyendar Jain's Viral Video: दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एबीपी न्यूज़ को सूत्रों के हवाले से तीन सदस्यीय कमेटी की वो रिपोर्ट हाथ लगी है, जो सत्येंद्र जैन को तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में कथित तौर पर मिलने वाली सुविधाओं की जांच को लेकर बनाई गई थी. इस तीन सदस्यीय कमेटी में दिल्ली के प्रिंसिपल सेक्रेटेरी होम, प्रिंसिपल सेक्रेटरी लॉ और सेक्रेटरी विजिलेंस शामिल थे. इस रिपोर्ट में तत्कालीन जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. 


इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि सत्येंद्र जैन का परिवार सत्येंद्र जैन से जेल के वैसे प्रतिबंधित क्षेत्र (Restricted Area) में जाकर मिला, जहां नियमों के मुताबिक ऐसी मुलाकात नहीं कराई जा सकती. इस रिपोर्ट में तिहाड़ जेल के तत्कालीन डीजी और जेल सुप्रिटेंडेंट पर सवाल खड़े किए गए हैं और कहा गया है कि बिना उनके सहयोग से ऐसी मुलाकातें संभव नहीं थीं. 


अन्य आरोपियों से की मुलाकात


दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की ओर से गठित जांच समिति ने पाया है कि जेल में बंद सत्येंद्र जैन ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और धनशोधन के मामले में सह-आरोपियों से तिहाड़ जेल की अपनी कोठरी में मुलाकात की. सूत्रों ने ये जानकारी दी. रिपोर्ट में दावा किया गया कि जेल नियमों का उल्लंघन करते हुए जैन उसी मामले में सह-आरोपियों के साथ अपने कमरे में अक्सर मुलाकात करते थे, जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया है. इन सह-आरोपियों में वैभव जैन और अंकुश जैन के अलावा संजय गुप्ता और रमन भूरारिया शामिल हैं. गुप्ता और भूरारिया प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दायर अन्य मामलों में आरोपी हैं.


कैदियों ने टॉर्चर के डर से दी सेवाएं 


इसमें कहा गया है कि ऐसा लगता है कि तत्कालीन डीजी, जेल संदीप गोयल सत्यैंद्र जैन के करीबी हैं. जेल सुप्रिटेंडेंट अजीत कुमार की सत्यैंद्र जैन से जेल के अंदर जिस तरह से मुलाकात हुई, उस पर भी सवाल खड़े किए गए हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया कि कैदियों ने सत्येंद्र जैन को जो सेवाएं दीं, वो उन्होंने अपने मन से नहीं दीं बल्कि उन्हें लगा कि उन्होंने अगर ऐसा नहीं किया तो जेल में उनको टॉर्चर किया जा सकता है. 


रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जेल प्राधिकारियों ने तिहाड़ जेल के पांच कैदियों पर जैन को विशेष सेवाएं देने के लिए दबाव डाला था. इन कैदियों में रिंकू नाम का वह कैदी भी शामिल है, जिसे कथित वीडियो में जैन की मालिश करते देखा गया था. ईडी ने अदालत में कहा था कि जैन के साथ जेल में विशेष व्यवहार किया जा रहा है, जिसके बाद पिछले महीने समिति का गठन किया गया था.


जेल में मसाज का वीडियो हुआ था वायरल


सत्येंद्र जैन को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इसी साल मई के महीने में गिरफ्तार किया गया था. बीती 20 नवंबर को सत्येंद्र जैन का कथित वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो को लेकर आरोप लगाया गया था कि मंत्री जेल में मसाज करवाते हैं और उन्हें जेल में विशेष ट्रीटमेंट मिलता है. इस वीडियो के सामने आने से कुछ दिन पहले ही तिहाड़ जेल के अधीक्षक अजीत कुमार को जेल में बंद मंत्री के कथित वीआईपी ट्रीटमेंट के लिए निलंबित किया गया था.


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