Sanjay Raut On Sharad Pawar: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अडानी के खिलाफ जेपीसी की मांग को एक टीवी इंटरव्यू में खारिज कर दिया. उनके इसी बयान पर शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, महज किसी मुद्दे पर विचार नहीं मिलने को विपक्षी एकता में दरार नहीं कहा जा सकता है. 


राउत ने कहा, अडानी मामले पर चाहे तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी हों या NCP के शरद पवार साहब हों इनकी अपनी-अपनी राय अलग हो सकती है लेकिन इस आधार पर यह नहीं कहा जा सकता है कि विपक्षी एकता में किसी तरह से कोई दरार आ गई है.






क्या बोले थे शरद पवार?
शुक्रवार (7 अप्रैल) को दिए गए एक इंटरव्यू में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अडानी के खिलाफ जेपीसी जांच की मांग को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था, जेपीसी की जांच की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि जेपीसी की कोई भी जांच प्रभावी तरीके से नहीं हो सकती है, क्योंकि जब जेपीसी बनेगी उसमें बीजेपी का बहुमत रहेगा और अन्य दलों को अधिकतम एक या दो सदस्यों का ही प्रतिनिधित्व मिल पाएगा, और ऐसे में वही निष्कर्ष निकाला जाएगा जो सत्ता पक्ष को चाहिए होगा. 


सुप्रीम कोर्ट की जांच कमेटी से की थी मांग
शरद पवार ने मांग करते हुए कहा कि अगर जांच होती है तो वह एससी की नॉमिनेट की हुई एक 5 सदस्यों की कमेटी के द्वारा कराई जाए जिसमें कम से कम एक रिटायर्ड जज और बाकी अन्य सदस्य हो सकते हैं क्योंकि अगर इस तरीके से जांच होती है तो ही जांच निष्पक्ष निष्कर्ष निकाल सकती है. उन्होंने कहा, जेपीसी की मांग से कोई फायदा नहीं निकलेगा.


'हम भी लगाते थे टाटा-बिरला पर आरोप', अडानी मामले पर JPC जांच को लेकर शरद पवार ने अब क्यों कही ये बात