Sandeshkhali Violence News: पश्चिम बंगाल के बारासात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में शामिल होने के लिए संदेशखाली की महिलाओं को ले जा रहीं कुछ बसों को पुलिस ने रोक लिया है. पुलिस ने ‘सुरक्षा प्रोटोकॉल’ के नाम पर कथित तौर पर कई स्थानों पर बसों को रोका है. पीएम मोदी ने बारासात के कचहरी मैदान में रैली को संबोधित किया. बारासात उत्तर 24 परगना का जिला मुख्यालय शहर है और इसी जिले में संदेशखाली स्थित है.


दरअसल, बीजेपी की प्रदेश इकाई ने संदेशखाली की महिलाओं को ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की थी. रैली स्थल संदेशखाली से लगभग 80 किमी दूर है. बीजेपी ने इन बसों को रोकने का आरोप लगाया. एक बस में सवार बीजेपी के एक नेता ने आरोप लगाया, ‘सुरक्षा प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए बसों को पहले न्यू टाउन के विश्व बांग्ला गेट पर और फिर बारासात के रास्ते में एयरपोर्ट गेट-1 पर रोका गया. पुलिस हमें प्रधानमंत्री की रैली में जाने से रोकने की कोशिश कर रही है.’


बसें रोकने पर पुलिस ने क्या कहा?


हालांकि, पुलिस ने कहा कि ‘सुरक्षा प्रोटोकॉल’ की वजह से इस मार्ग पर यातायात की आवाजाही प्रतिबंधित है, क्योंकि प्रधानमंत्री इसी सड़क से बारासात की यात्रा करेंगे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘सुरक्षा कारणों से पूरे रास्ते पर यातायात की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है.’ पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पहले कहा था कि अगर संदेशखाली की महिलाएं चाहेंगी तो पार्टी उन लोगों की प्रधानमंत्री से मुलाकात भी कराएगी.


TMC के निलंबित नेता पर यौन उत्पीड़न का आरोप


दरअसल, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के निलंबित नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों पर संदेशखालि की महिलाओं ने यौन-उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. महिलाओं का आरोप है कि शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों ने यहां जमीनों पर भी कब्जा किया है. लंबे समय तक पुलिस की दबिश से दूर रहने वाले शेख शाहजहां को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था. कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि शेख शाहजहां को सीबाई को सौंप दिया जाए. 


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