TMC on PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बुधवार (6 फरवरी) को कहा कि उन्हें महिला सुरक्षा पर उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि बीजेपी नेताओं पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं.


तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओब्रायन ने यह भी दावा किया कि देश में हर घंटे महिलाओं के खिलाफ अपराध के 51 मामले दर्ज हो रहे हैं. डेरेक ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि उन्होंने स्थिति में सुधार के लिए क्या किया है. पीएम मोदी ने बुधवार (6 मार्च) को बारासात में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि संदेशखालि का तूफान पश्चिम बंगाल के हर हिस्से तक पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल को खत्म करने में नारी शक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.


टीएमसी नेता ने पीएम मोदी पर उठाए सावाल


तृणमूल के निलंबित नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपों को लेकर उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में हंगामा मचा हुआ है.


टीएमसी नेता डेरेक ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारी शक्ति पर उपदेश दिया. आपसे तीन सवाल- श्रीमान हर घंटे महिलाओं के खिलाफ अपराध के 51 मामले क्यों होते हैं? लोकसभा में बीजेपी के पास 13 फीसदी महिलाएं क्यों हैं, 195 उम्मीदवारों की सूची में केवल 14 फीसदी महिलाएं क्यों हैं?’’


टीएमसी नेता डेरेक का तीसरा सवाल था, "पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?" यह सवाल बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को लेकर था, जिन पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप है. हालांकि, बृजभूषण शरण सिंह सिंह ने आरोपों को खारिज किया है.


टीएमसी ने बिलकिस बानो केस का किया जिक्र


तृणमूल की राज्यसभा सदस्य सुष्मिता देव ने सवाल किया कि क्या मोदी को सरकार की ओर से रेपिस्ट के खिलाफ उठाए गए कदमों पर बोलने का नैतिक अधिकार है. उन्होंने कहा, "बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बिलकिस बानो के ब्लात्कारियों को सम्मानित किया था."


गुजरात के 2002 के बिलकिस बानो मामले में 11 दोषियों को रिहा कर दिया गया था और 2023 में जेल से रिहा होने के बाद बीजेपी नेताओं ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस साल 8 जनवरी को उन दोषियों को रिहा करने के गुजरात सरकार के निर्णय को रद्द कर दिया था.


महिला पहलवानों का जिक्र कर बीजेपी को घेरा


टीएमसी नेता सुष्मिता देव ने कहा, “आप (मोदी) महिला सुरक्षा के बारे में तब बात कर रहे हैं, जब दिल्ली में जंतर-मंतर के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पर हरियाणा की महिला पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने बुरी तरह पीटा था. तब महिलाओं के लिए आपकी हेल्पलाइन कहां थी?” मोदी पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया, "आपके बयान एक मजाक के अलावा और कुछ नहीं हैं. आपका असली चेहरा महिला विरोधी है और यह बात पूरा भारत जानता है.”


पश्चिम बंगाल की मंत्री और तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शशि पांजा ने कहा, “यह देखते हुए कि बीजेपी के नेताओं ने मां सारदा का एक मीम में उपहास उड़ाया है, पीएम मोदी को अपने भाषण में मां सारदा और नारी शक्ति का नाम लेने का कोई अधिकार नहीं है.”


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