Farmers Protest: हरियाणा-पंजाब सीमा के खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प में एक किसान की मौत हुई. इसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) हरियाणा सरकार से बेहद नाराज है. एसकेएम ने मांग की है कि किसान की 'हत्या' को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ एफआईआर हो. उधर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की गुजारिश की है.


दरअसल, गुरुवार (22 फरवरी) को चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बैठक की. इसमें हरियाणा सीएम और गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की गई. एसकेएम शुक्रवार (23 फरवरी) को किसान की मौत को लेकर आक्रोश दिवस भी मना रहा है. किसान संगठन ने ऐलान किया है कि 26 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा और 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'अखिल भारतीय किसान मजदूर महापंचायत' होगी.


पीएम को देनी चाहिए एमएसपी की कानूनी गारंटी: पंढेर 


किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने एक बार फिर से पीएम मोदी से एमएसपी पर आश्वासन देने की बात की है. पंढेर ने कहा कि पीएम आकर बयान दें कि हम एमएसपी गांरटी का कानून बनाएंगे. उन्होंने विपक्षी दलों की तरफ से किसान आंदोलन को दिए जा रहे समर्थन को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है. कांग्रेस को अपना स्टैंड साफ करना चाहिए. सारे विपक्ष को इस पर अपना स्टैंड बताना चाहिए. 


हमारे ऊपर चलाई जा रहीं गोलियां: पंढेर


पंढेर ने ये भी कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि गतिरोध कहां है. सरकार को मींटिग का एजेंडा भी तय करना चाहिए. केंद्र को कानून बनाने के एजेंडे पर बात करनी चाहिए. बातचीत सिर्फ एमएसपी के एजेंडे पर होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर गोलियां चलाई गई हैं. राजपुरा सीमा पर 166 लोग घायल हुए हैं. जिस तरह के हालात बन रहे हैं, उसमें वार्ता कैसे हो सकती है. हमारे किसान भाई शांतिपूर्वक चल रहे हैं. 


किसान नेता पंढेर ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मानती है, तब तक हमारा मोर्चा जारी रहेगा. किसानों के खिलाफ जो केस दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाना चाहिए. सरकार हमारे खिलाफ जुल्म कर रही है. 


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