Brij Bhushan Son Ticket Row: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए महिला पहलवानों से कथित यौन उत्पीड़न के आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के बेटे को टिकट दिए जाने को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है. ओलंपिक विजेता और पहलवान साक्षी मलिक, संगीता फोगाट और बजरंग पूनिया ने भी इस पर सवाल खड़ा किया है. संगीता ने कहा है कि इसे देखकर महिला पहलवान क्या सोच रही होंगी. जबकि बजरंग पूनिया ने कहा है कि यह देश का दुर्भाग्य है.


गुरुवार (2 मई) को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए कैंडीडेट्स की एक और लिस्ट जारी की. इसमें उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट जहां से बृजभूषण से सांसद हैं, उनके बेटे करण भूषण को टिकट दिया गया है. करण भूषण यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं और पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वह बृजभूषण सिंह के छोटे बेटे हैं.


क्या कहना है संगीता फोगाट का?


पहलवान संगीता फोगाट ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा, "मौन हूं. बस इस खबर को देखे जा रही हूं. बृजभूषण के बेटे को टिकट देने की खबर पढ़कर देश की महिला खिलाड़ी क्या सोच रही होगीं. देश की वे महिलाएं क्या सोच रही होगीं जिन्होंने ये सब फेस किया है. महिलाओं के लिए देश नहीं."


ये बोल बजरंग पूनिया


बजरंग पूनिया ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा, "बीजेपी अपने आपको दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी मानती है पर अपने लाखों कार्यकर्ताओं में से बृजभूषण के बेटे को टिकट दिया, वह भी जब प्रजव्वल रेवन्ना के मामले पर बीजेपी घिरी हुई है. पंजाब हरियाणा के आंदोलनों में एक नारा यहां के लोग लगाते हैं, “सरकारों से ना आस करो, अपनी रखवाली आप करो.”
इसके बाद बजरंग पूनिया ने लिखा, "यह देश का दुर्भाग्य है कि मेडल जीतने वाली बेटियां सड़कों पर घसीटी जाएंगी और उनका यौन शोषण करने वाले के बेटे को टिकट देकर सम्मानित किया जाएगा."


साक्षी मलिक ने भी उठाए सवाल


पहलवान साक्षी मलिक ने बृजभूषण शरण सिंह के बेटे को टिकट दिए जाने को लेकर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. साक्षी मलिक ने एक्स पर लिखा है, ''देश की बेटियां हार गईं, बृजभूषण जीत गया.''


उन्होंने कहा है कि बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी तो दूर की बात है, उनके बेटे को टिकट दिया गया है. बीजेपी ने आज उनके बेटे को टिकट देकर देश की करोड़ों बेटियों के हौसले को तोड़ दिया है. साक्षी मलिक ने अपने पोस्ट में मौजूदा सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए लिखा है, ''टिकट जाएगी तो एक ही परिवार में, क्या देश की सरकार एक आदमी के सामने इतनी कमजोर होती है ? ''


ये भी पढ़ें:Prajwal Revanna: क्या जर्मनी में है प्रज्वल रेवन्ना? विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब