नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संकट के बीच सोशल मीडिया पर हनुमान मंदिर में आरती के समय गदा हिलने का वीडियो वायरल है. दावा किया जा रहा है गदा अपने आप हिल रही है और ये कोरोना विनाशक गदा है. कोरोना काल में ये दावा हैरान करने वाला था. ABP न्यूज ने वायरल वीडियो की पड़ताल की है. जानें वायरल वीडियो का सच क्या है.


उत्तर प्रदेश के बरेली का है वायरल वीडियो


सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रही है, वह 37 सेकेंड का है. वीडियो में 5वें सेकंड पर गदा घूमती हुई दिखती है. दावा है, ‘’वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के बरेली का है. मंदिर में रखी गदा अपने आप हिल रही है. ये कोरोना को खत्म करने वाली गदा है.’’


हमारे सामने ऐसा पहली बार हुआ है- मंदिर के पुजारी


कोरोना काल में ऐसे दावों के साथ वायरल वीडियो की आपके चैनल एबीपी न्यूज ने पड़ताल शुरू की. तहकीकात में पता चला कि वायरल वीडियो बरेली के हार्टमैन कॉलेज के पास रामदास हनुमान मंदिर का है. इसके बाद हमने वीडियो में आरती करते दिख रहे पुजारी से वीडियो के बारे में पूछा. मंदिर के पुजारी कुलदीप मिश्रा ने कहा, ‘’जब गदा घूमा तो हमारा अचानक ध्यान गया. दो से तीन सेकंड तक बाबा की गदा हिलती रही. हमें सेवा में तीन साल हो गए हैं. हमारे सामने ऐसा पहली बार हुआ है.’’



मंदिर के पुजारी से बात करने के बाद एबीपी न्यूज मंदिर के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल से मिला. राजेश अग्रवाल ने कहा, ‘’चमत्कार की बात बिल्कुल स्पष्ट है. जेष्ठ महीन में इस तरह का दर्शन होना संकेत दिखाई देता है कि ईश्वर की कृपा पूरे भारत वर्ष पर होने वाली है. मुझे लगता है ये संकेत है बहुत जल्दी इस महामारी से मिल रहे कष्ट दूर होंगे.’’


विज्ञान के मापदंडो पर सिद्ध नहीं किए जा सके हैं चमत्कार


मंदिर में रखी गदा का हिलना कोई चमत्कार है या फिर इसके पीछे विज्ञान का कोई नियम है. एबीपी न्यूज किसी की धर्मिक आस्था और श्रृद्धा पर सवाल नहीं उठा रहा. हम भारत के संविधान में बतायी गयी वैज्ञानिक सोच के आधार पर कह रहे हैं कि चमत्कार विज्ञान के मापदंडो पर सिद्ध नहीं किए जा सके हैं. इसलिए आस्था और विज्ञान को अलग रखना चाहिए.


विज्ञान कहता है कि कोरोना को दूर करने का एक ही तरीका है सामाजिक दूरी. अभी तक कोरोना को दूर करने की कोई दवा या टीका तैयार नहीं हुआ है. इसलिए घूमती गदा से कोरोना के संहार का दावा झूठा है.