Moscow Terrorist Attack: रूस की राजधानी मॉस्को में शुक्रवार (22 मार्च) को हुए आतंकी हमले में कई लोगों ने अपनी जानें गंवाई. इस आंतकी हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से बात की. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी. उन्होंने सर्गेई लावरोव से बात कर मॉस्को में हुए बड़े आतंकी हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की.


मॉस्को में आतंकियों ने की अंधाधुंध फायरिंग


इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मॉस्को में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि भारत दुख की इस घड़ी में रूस सरकार और उनके लोगों के साथ खड़ा है. मॉस्को के एक बड़े कॉन्सर्ट हॉल में कुछ आतंकी आर्मी की वर्दी में घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने शनिवार (23 मार्च) को कहा था कि इस मामले में 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है.


'इस हमले से यूक्रेन का कोई लेना-देना नहीं'


व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि रूसी अधिकारियों ने चार संदिग्धों को उस समय गिरफ्तार किया, जब वे यूक्रेन भाग रहे थे. हालांकि रूस के दुश्मन यूक्रेन ने कहा है कि इस हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि हमले में यूक्रेन की किसी भी तरह की संलिप्तता नहीं है और आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.






सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर गए एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि रूस और अमेरिका के साथ भारत के संबंध विभिन्न तरीकों से संतुलन स्थापित करने की नीति पर आधारित है. जयशंकर ने रूस और अमेरिका के साथ भारत के संबंधों की तुलना इजराइल और फलस्तीन के साथ भारत के संबंधों से की और उन्होंने गैर-विशिष्ट आधार पर देशों के साथ व्यवहार करने का उल्लेख किया.


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