केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है. विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है कि जब एसआईटी की जांच रिपोर्ट में साजिश की बात सामने आ गई है तो भला केंद्र सरकार अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा क्यों नहीं लेती और अगर वो इस्तीफा नहीं दे रहे तो क्यों नहीं उनको बर्खास्त किया जा रहा.


इसी मुद्दे पर पिछले कई दिनों से लगातार सड़क से लेकर संसद तक विपक्ष सरकार को घेर रहा है. शीतकालीन सत्र के आखिरी हफ्ते के पहले दिन यानी सोमवार को भी इस मुद्दे पर विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में सरकार को घेरा और इसके चलते लगातार सदन की कार्रवाई भी बाधित होती रही. यहां तक कि राज्यसभा में जब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन और नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेस (अमेंडमेंट) बिल 2021 पर चर्चा हो रही थी उस दौरान विपक्षी सांसद लगातार अजय मिश्र टेनी को लेकर नारेबाजी करते रहे. वहीं इस दौरान सत्ता पक्ष के सांसद विपक्षी सांसदों के रवैए पर सवाल खड़े करते रहे.


राज्यसभा में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेस (अमेंडमेंट) बिल, 2021 पर चर्चा के दौरान तमाम विपक्षी दलों के सांसदों को अपनी बात रखनी थी लेकिन अधिकतर विपक्षी सांसदों ने अपनी बात इस बिल पर ना रख कर 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे और अजय मिश्र टेनी को लेकर सरकार के रुख पर हमला करते हुए रखी.


एक तरफ सदन में विपक्ष चर्चा में शरीक होने की बात कहकर लगातार सरकार पर हमले कर रहा था तो दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी के सांसद लगातार अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी को लेकर कई ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे जिन पर सत्तापक्ष के सांसदों ने एतराज जताया. 


कांग्रेस के सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने सदन की कार्रवाई के बाद एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान बताया कि आखिर अजय मिश्रा को लेकर विपक्षी सांसद ऐसे क्या शब्द इस्तेमाल कर रहे थे  जिसको लेकर सत्ता पक्ष को आपत्ति हो रही थी. इसी दौरान शक्ति सिंह गोहिल ने एक बार फिर आरोप लगाया कि राज्यसभा में इस दौरान सत्ता पक्ष के तमाम सांसद अजय मिश्र टेनी के समर्थन में खड़े थे.


हालांकि सदन में लगातार विपक्षी सांसदों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं शब्दों पर आपत्ति दर्ज करवाने वाले बीजेपी सांसदों का कहना है कि वह अजय मिश्र टेनी का बचाव नहीं कर रहे थे बल्कि आपत्ति इस वजह से थी क्योंकि विपक्षी सांसदों के नारे और शब्द आपत्तिजनक तो थे ही साथ ही सदन के नियमों के खिलाफ थे. सत्ता पक्ष के सांसदों ने साफ तौर पर कहा कि वह अजय मिश्र टेनी को बचाने के लिए नहीं बल्कि सदन के नियमों का पालन करवाने के लिए ही लगातार वो सदन के नियमों का जिक्र कर रहे थे.


फिलहाल विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर हमलावर है. विपक्ष ने साफ कर दिया है कि इस मुद्दे पर जब तक अजय मिश्र टेनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन सड़क से लेकर संसद तक यूं ही जारी रहेगा.