RSS Chief: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार (11 अप्रैल) को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण 30 साल की तपस्या और समर्पण का परिणाम है. उन्होंने यहां दत्ताजी भाले स्मृति समिति कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि पूरा देश राम लला की प्रतिमा स्थापित होने से अभिभूत है.


भागवत ने अपने भाषण में कहा, ‘‘लोगों ने राम मंदिर निर्माण के लिए धन दिया. यह 30 साल के संघर्ष के बाद संभव हो पाया. हम 500 सालों से राम जन्मभूमि पर मंदिर चाहते थे. लोग चंदा देने को तैयार थे और पूरा देश मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के समय अभिभूत था.’’ आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘कई लोगों की तपस्या और समर्पण से यह प्राप्त हुआ.’’


'दुनिया में बढ़ रहा भारत का कद'
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ साल में दुनियाभर में भारत का कद बढ़ा है और उसकी धरोहर तथा संस्कृति की स्वीकार्यता बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में अच्छे बदलाव लाने का समय आ गया है.


भागवत ने कहा, ‘‘देश की प्रगति और विकास में बहुत परिश्रम लगा है. निस्वार्थ लोग परिणाम के बारे में सोचे बिना परिश्रम करते हैं. वे परिणाम चाहते हैं, भले ही वो उनके जीवनकाल में नहीं प्राप्त हो.’’


अयोध्या में दिखा दिल छूने वाला नजारा
इस बीच गुरुवार को राम नगरी अयोध्या में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने मस्जिदों और ईदगाह में ईद की नमाज अदा की. वहीं श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी के घर पहुंच गए. उन्होंने इकबाल अंसारी को ईद की बधाई दी तो बदले में इकबाल अंसारी ने सत्येंद्र दास को भी नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं.


इकबाल अंसारी ने राम जन्मभूमि के पुजारी को फल खिलाए और स्वागत में फूलों की माला पहनाई. आचार्य सत्येंद्र दास और इकबाल अंसारी की गले मिलते खूबसूरत तस्वीर अयोध्या ही नहीं पूरी दुनिया को एक सबक सिखाती है और यह बताने के लिए भी काफी है कि अमन और चैन का रास्ता कितना सुखद होता है.


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