Republic Day 2024: देश शुक्रवार (26 जनवरी) को 75वें गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर जश्न के लिए तैयार है. इस दौरान कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड के साथ भारत अपनी बढ़ती सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के भव्य प्रदर्शन के साथ जश्न मनाएगा.


देश की महिला शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों पर केंद्रित इस भव्य समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. ऐसे में सुरक्षा से लेकर सभी अन्य इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं. बड़ी बातें- 


पीएम मोदी के समर स्मारक पर पहुंचने से होगी समारोह की शुरुआत


गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय समर स्मारक पर जाने से होगी, जहां वह शहीद हुए नायकों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कुछ मिनट बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों पारंपरिक बग्गी में पहुंचेंगे. यह प्रथा 40 साल के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो रही है.


राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रगान के साथ ही स्वदेशी बंदूक प्रणाली ‘105-एमएम इंडियन फील्ड गन’ से 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू के सलामी लेने के साथ परेड शुरू होगी. 


गणतंत्र दिवस परेड सुबह दस बजकर 30 मिनट पर शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी. कर्तव्य पथ पर शुक्रवार को 90 मिनट की परेड में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां दिखाई जाएगी. परेड में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां होंगी. मंत्रालयों/विभागों की झांकियां 9 होंगी. 


इन राज्यों की झांकियां होंगी शामिल


जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां परेड में शामिल होंगी उनमें अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं.  


इसके अलावा परेड में मिसाइल, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-2 पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों जैसे घरेलू हथियारों और अन्य सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया जायेगा. पहली बार तीनों सेवाओं का महिला दस्ता देश के इस सबसे बड़े समारोह में शामिल होगा. पहली बार एक और ऐतिहासिक घटना में लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा हथियार का पता लगाने वाले ‘स्वाति’ रडार और पिनाका रॉकेट प्रणाली का परेड में नेतृत्व करेंगी. 


राष्ट्रीय राजधानी में 70,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात


गणतंत्र दिवस समारोहों के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. 70,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि इन 70,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों में से 14,000 की तैनाती गणतंत्र दिवस परेड की सुरक्षा के लिए कर्तव्य पथ और उसके आसपास की जाएगी.


दिल्ली पुलिस ने जारी की एडवाइजरी 


दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर यातायात व्यवस्था और प्रतिबंधों को लेकर एडवाइजरी जारी की है. परामर्श के मुताबिक, गणतंत्र दिवस परेड मार्ग पर व्यापक यातायात व्यवस्था और प्रतिबंध होंगे. एडवाइजरी में कहा गया है कि परेड विजय चौक, कर्तव्य पथ, सी-हेक्सागन, सुभाष चंद्र बोस गोल चक्कर, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग से होकर और लाल किला पहुंचेगी.


मेट्रो के इन स्टेशनों से जा सकेंगे समारोह में


दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने एक बयान में कहा 'जिन लोगों के पास गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए वास्तविक ई-निमंत्रण कार्ड या ई-टिकट होंगे उन्हें स्टेशनों पर सरकार के जारी पहचान पत्र दिखाने पर कूपन जारी किए जाएंगे. इससे वे कर्तव्य पथ पहुंचने के लिए केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन स्टेशनों से बाहर निकल सकते हैं. यही कूपन इन दोनों स्टेशनों से वापस जाने के लिए भी मान्य होंगे.


कितने बजे क्या होगा?


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10.05 बजे वॉर मेमोरियल पहुंचेंगे. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 10.25 बजे कर्तव्य पथ पर पहुंचेंगे. 10.27 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का समारोह में आगमन होगा. 10.30 बजे गणतंत्र दिवस परेड की शुरू होगी. 12 बजे आसमान में फ्लाई पास्ट देखा जा सकेगा.


गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार


गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार ऑल वुमेन ट्राई-सर्विस टीम शामिल हो रही है. ट्राई-सर्विस टुकड़ी का नेतृत्व कैप्टन शरण्या राव करेंगी. पहली बार शंख, नादस्वरम, नगाड़े से परेड की शुरुआत होगी. पहली बार भारतीय म्यूजिक बजाने वाली 100 महिला कलाकार शामिल होंगी. पहली बार परेड में महिला मार्चिंग कंटिंजेंट की बड़ी भूमिका नजर आएगी. पहली बार फ्लाई-पास्ट में मेड इन इंडिया ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट C-295 दिखेगा.


परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार होंगे. गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 13 हजार विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. परेड की शुरुआत भारतीय वाद्ययंत्र बजाकर होगी.


गणतंत्र दिवस पर अभेद सुरक्षा


गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अभेद सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. चेहरा पहचानने वाले CCTV कैमरे लगाए गए हैं. एयर डिफेंस सिस्टम भी तैनात है. 14 हजार पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. QRT, SWAT कमांडो तैनात
किए गए गए हैं. सेना, अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है.


परेड रूट की सुरक्षा


परेड रूट को 28 जोन में बांटा गया है. हर जोन की जिम्मेदारी डीसीपी के पास होगी, 8 हजार जवान रूट पर तैनात रहेंगे. 1000 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी.


आसमान से सुरक्षा


वहीं, 10 खास कैमरे ऊंची इमारतों पर लगाए गए हैं. एंटी एयरक्राफ्ट तकनीक से लैस गन तैनात की गई हैं. एक हजार स्नाइपर, कमांडो की तैनाती की गई है. पूरा इलाका नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है.


फ्लाई-पास्ट में दिखेंगे 54 विमान


फ्लाई-पास्ट में वायुसेना के 46 विमान, नौसेना का एक विमान, थल सेना के चार विमान और फ्रेंच एयर एंड स्पेस फोर्स के तीन विमान होंगे.


महिला सशक्तीकरण पर केंद्रित 26 झांकियां की जाएंगी प्रदर्शित


कर्तव्य पथ पर शुक्रवार (26 जनवरी) को ‘महिला सशक्तीकरण’ पर केंद्रित 26 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी जिनमें सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की भूमिका से लेकर महिला वैज्ञानिकों के योगदान की झलक मिलेगी. केंद्र सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि कर्तव्य पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस की परेड महिला केंद्रित होगी और ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ मुख्य विषय होंगे.


मणिपुर की झांकी में क्या होगा खास?


सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर प्रकाश डालते हुए मणिपुर की झांकी में महिलाओं को कमल के तने के नाजुक रेशों से काम करते और पारंपरिक ‘चरखे’ का इस्तेमाल करके धागा बनाते हुए दिखाया जाएगा. झांकी के सामने वाले हिस्से में एक महिला को मणिपुर की लोकताक झील से कमल की डंडियां एकत्र करते हुए दिखाया जाएगा. झांकी के किनारों पर नावों पर सवार और कमल की डंडियां एकत्र करती हुई महिलाओं को प्रदर्शित किया जाएगा.


मणिपुर की झांकी के पीछे ‘इमा कीथेल’ की एक प्रतिकृति बनाई गई है - जो एक महिला बाजार है. यह बाजार कई सदियों पुराना है और इसे पूरी तरह से महिलाएं चलाती हैं.


DRDO और ISRO की झांकियों में क्या कुछ नजर आएगा?


महत्वपूर्ण प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने के अलावा, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) मुख्य क्षेत्रों में अपनी महिला वैज्ञानिकों के महत्वपूर्ण योगदान को चित्रित करने के लिए तैयार है. एंटी-सैटेलाइट मिसाइल से लेकर तीसरी पीढ़ी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल और हल्के लड़ाकू विमान तेजस तक, डीआरडीओ में महिलाओं की भागीदारी को उनकी झांकी में प्रमुखता से उजागर किया जाएगा.


भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) चंद्रमा पर अपने लैंडिंग स्थल ‘शिव शक्ति’ बिंदु पर ‘चंद्रयान -3’ का प्रदर्शन करेगा. बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय की झांकी में भारत के समुद्री क्षेत्र के विकास को प्रदर्शित किया जाएगा.


एमपी की झांकी में दिखेगी विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी


मध्य प्रदेश की झांकी में कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से विकास प्रक्रिया में महिलाओं के एकीकरण की राज्य की उपलब्धि को प्रदर्शित किया जाएगा. मध्य प्रदेश की आत्मनिर्भर और प्रगतिशील महिलाओं पर प्रकाश डालते हुए झांकी आधुनिक सेवा क्षेत्र से लेकर लघु उद्योग तक के क्षेत्रों में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी पर केंद्रित होगी.


झांकी में मध्य प्रदेश की पहली महिला लड़ाकू पायलट, भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की अवनी चतुर्वेदी होंगी. वह एक लड़ाकू विमान के मॉडल के साथ खड़ी नजर आएंगी.


ओडिशा, छत्तीसगढ़, गुजरात और तमिलनाडु की झांकियों में क्या कुछ होगा खास?


ओडिशा की झांकी में हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को दर्शाया जाएगा. छत्तीसगढ़ की झांकी में बस्तर के आदिवासी समुदायों में महिला प्रभुत्व को प्रदर्शित किया जाएगा. परंपराओं को प्रदर्शित करने के लिए इसे बेल मेटल और टेराकोटा कलाकृतियों से सजाया गया है.


गुजरात सरकार ने सोमवार को कहा था कि कच्छ के धोरडो गांव पर एक झांकी नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में प्रदर्शित की जाएगी. धोरडो गांव ने हाल में 54 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों की सूची में जगह बनाई है.


तमिलनाडु की झांकी में बर्तनों में पत्ती मतपत्रों को प्रदर्शित करके 10वीं शताब्दी के चोल युग के दौरान लागू की गई मतदान प्रक्रिया को प्रदर्शित किया जाएगा.


हस्तशिल्प उद्योगों के विकास का प्रदर्शित करेगी राजस्थान की झांकी


राजस्थान की झांकी राज्य की उत्सव संस्कृति के साथ-साथ महिला हस्तशिल्प उद्योगों के विकास का प्रदर्शित करेगी. झांकी में नर्तकी के पुतले के साथ राजस्थान के प्रसिद्ध ‘घूमर’ लोक नृत्य को दर्शाया जाएगा. इसमें मीरा बाई की एक खूबसूरत मूर्ति भी होगी, जो भक्ति और शक्ति का प्रतीक मानी जाती हैं. झांकी में बंधेज, बगरू प्रिंट सहित समृद्ध हस्तशिल्प परंपराओं की झलक भी दिखाई जाएगी.


महिला सशक्तीकरण को प्रदर्शित करेगी हरियाणा की झांकी


हरियाणा की झांकी में सरकारी कार्यक्रम ‘मेरा परिवार-मेरी पहचान’ के जरिए राज्य में महिलाओं के सशक्तीकरण को प्रदर्शित किया जाएगा. झांकी में हरियाणवी महिलाओं को डिजिटल उपकरण का इस्तेमाल करते हुए दिखाया जाएगा कि कैसे ‘डिजिटल इंडिया’ पहल के जरिये वे सिर्फ एक ‘क्लिक’ के साथ सरकारी योजनाओं तक अपनी पहुंच बना सकती हैं.


लद्दाख की झांकी में नजर आएगा महिला आइस हॉकी टीम का प्रदर्शन 


इस वर्ष आंध्र प्रदेश की झांकी स्कूली शिक्षा में बदलाव और छात्रों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के विषय पर है. वहीं, लद्दाख की झांकी में भारतीय महिला आइस हॉकी टीम का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें लद्दाखी महिलाएं भी शामिल हैं.


(भाषा इनपुट के साथ)


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