नई दिल्लीः देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है. जिसके तहत शुरुआती दौर में कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगाई जा रही है. इसके लिए हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को रजिस्टर्ड भी किया गया है. वहीं अब उड़ीसा में जिन हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को रजिस्टर्ड किया गया था, वे अब बिना किसी वास्तविक आधार के कोरोना वैक्सीन लगाए जाने से मना कर रहे हैं.


जहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पांच राज्यों को चिट्ठी लिखकर कोरोना वैक्सीनेशन को तेज करने की सलाह दी है. वहीं उड़ीसा में कई हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स कोरोना वैक्सीन लगाए जाने से इनकार कर चुके हैं. वहीं वैक्सीन न लगवाने पर इन्हें केंद्र सरकार की ओर से दिए गए मुफ्त उपचार सहित विशेषाधिकारों से वंचित रखा जाएगा.





बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अपर सचिव डॉ. मनोहर अगनानी ने पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर को चिट्टी लिखी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इन जिलों में हैल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्करों के वैक्सीनेशन को तेज करने की सलाह दी गई है.


देशभर में 1 करोड़ से ज्यादा को लगी वैक्सीन


वहीं देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से अभी तक एक करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की खुराक दी जा चुकी है. अभी तक कुल एक करोड़ 17 लाख 45 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है. फिलहाल देश में कुल एक करोड़ दस लाख 29 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं.


वहीं देश में अब तक एक लाख 56 हजार 598 लोगों की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुई है. फिलहाल वर्तमान में एक लाख 48 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. वहीं अभी तक एक करोड़ सात लाख 24 हजार से ज्यादा लोग इलाज के बाद कोरोना संक्रमण से ठीक हुए हैं.


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