India China Clash: बीजेपी (BJP) ने शनिवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के उस बयान को लेकर जमकर निशाना साधा, जहां उन्होंने आरोप लगाया कि चीन सीमा पर हमारे जवानों को चीन पीट रहा है. राहुल गांधी के इस बयान पर सियासी भूचाल आ गया है. बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं. एक तरफ जहां बीजेपी नेता राहुल गांधी के बयान की आलोचना कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में लगी है. 


अब कांग्रेस पार्टी के संचार प्रभारी पवन खेड़ा ने बयान देते हुए कहा है कि मनमोहन सरकार ने 90 हजार स्पेशल माउंटेन स्ट्राइक फोर्स को चीन से मुकाबला करने के लिए बनाया था, लेकिन मोदी सरकार ने आते ही इसे रद्द कर दिया. आखिर प्रधानमंत्री का चीन से क्या रिश्ता है.


पीएम मोदी 18 बार चीन के राष्ट्रपति से क्यों मिले 


पवन खेड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस देश के सबसे ज्यादा चीनपरस्त पीएम हैं. खेड़ा ने आरोप लगाया कि जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब वे चीनी भाषा को स्कूलों में कंपलसरी करना चाहते थे. पवन खेड़ा ने सवाल किया कि पीएम मोदी का ऐसा क्या राज है जो चीन के पास है. क्या वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 बार चीन के राष्ट्रपति से मिल चुके हैं. 


ढोलेरा में चीन को जमीन क्यों दी गई 


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीमा पर तनाव की स्थिति बनी रहती है. लेकिन गुजरात के ढोलेरा में चीन को जमीन दी गई. आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है. पवन खेड़ा ने पीएम मोदी से सवाल पूछा कि 20 जून 2020 को चीन को क्लीन चिट क्यों दी थी. मोदी चीन की बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ करार क्यों कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी चीन के आगे मुंह नहीं खोल रहे हैं. जब मुंह खोलते हैं तो क्लीन चिट दे देते हैं. क्या पीएम मोदी पर चीन का दबाव है. 


सरकार चाहती है कि विपक्ष और मीडिया आंख मूंद लें


पवन खेड़ा ने आगे कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि विपक्ष और मीडिया आंख मूंद लें, लेकिन ऐसा कतई नहीं हो सकता. चीन के खिलाफ कदम उठाने को लेकर विपक्ष ने जब संसद में सवाल उठाया तो कोई जवाब नहीं दिया, जिसके बाद विपक्षी सांसदों ने दोनों सदनों से वाकआउट कर दिया. 


ये भी पढ़ें: बिलावल भुट्टो के 'जहरीले बयान' के बाद पाक मिनिस्टर की 'जहरीली जुबान', हमारा न्यूक्लियर स्टेटस खामोश रहने के लिए नहीं