नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर अभी भी बनी हुई है, दरअसल नए केस धीरे धीरे कम हो रहे हैं लेकिन मरने वालों की संख्या अभी चिंता का कारण बनी हुई है. इश बीच कोरोना के आंकड़ों को लेकर एक अच्छी खबर सामने आयी है. देश के 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना से ठीक होने वालों का प्रतिशत 90 या फिर इससे ज्यादा है. इसकी वजह से ही देश में एक्टिव केस की संख्या में कमी देकी जा रही है. मंगललवार को देशभर में एक्टिव केस की संख्या घटकर 26 लाख हो गई, जो महीने में सबसे ज्यादा 37 लाख पर पहुंच गई थी.


सबसे ज्यादा रिवकरी रेट वाले राज्यों की बात करें तो इसमें सबसे ऊपर दिल्ली है, जहां 97 प्रतिशत रिकवरी रेट है. इसके बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, और हरियाणा हैं जहां 94 प्रतिशत रिकवरी रेट है. महाराष्ट्र, तेलंगाना, झारखंडस छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में रिकवरी रेट करीब 93% के आसपास है.


रिकवरी रेट के मामले में सबसे खराब स्थिति उत्तराखंड की है, जहां ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 80.7% के भी नीचे है. इसके बाद उत्तर पूर्व के राज्य मिजोरम, मेघालय, नगालैंड और सिक्किम हैं जहां रिकवरी रेट 70-80 प्रतिशत के बीच है. वहीं कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु, पुद्दुचेरी. मणिपुर, ओडिशा और असम में स्थिति धीरे धीरे सुधर रही है. इन राज्यों में रिकवरी रेट 80-84 प्रतिशत के बीच है. बता दें कि यह राष्ट्रीय औसत 89% से कम है.


 बता दें कि अच्छा रिकवरी रेट इस बात के संकेत है कि इन राज्यों में हल्के लक्षण वाले मरीज हैं और यहां पर मृत्यु दर कम है. माना जा रहा है कि इन राज्यों ने लगातार टेस्टिंग में इजाफा करके इश रिकवरी रेट को हासिल किया है. इसके साथ ही ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर भी काफी ध्यान दिया गया है.


बता दें कि दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और तेलंगाना में लगातार पॉजिटिविटी रेट में भी कमी देखी जा रही है. वहीं बंगाल, गोवा, केरल, सिक्किम, चंडीगढ़, नगालैंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में पॉजिटिविटी रेट चिंता का कारण बना हुआ है. इन राज्यों में 11-19% के बीच पॉजिटिविटी रेट देखा जा रहा है.