Ram Rahim: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim Singh) 40 दिनों की पैरोल मिलने के बाद शनिवार को बागपत स्थित बरनावा आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने अपनी आजादी का जश्न मनाया. इस दौरान वो तलवार से केक काटते दिखाई दिए. दरअसल, राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में रेप और हत्या के मामले में 20 साल की सजा काट रहे हैं. 


वहीं, इस सजा के दौरान राम रहीम अब तक 3 बार पैरोल पर बाहर आ चुके हैं. इस बार उन्होंने बाहर आकर आजादी का जश्न मनाया. इस जश्न का एक वीडियो सामने आया है जिसमें राम रहीम तलवार से केक काटते दिख रहे हैं. ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.  


राम रहीम ने अपनी जमानत अर्जी में कहा था कि वो 25 जनवरी को पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम सिंह की जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं. सोशल मीडिया पर सामने आयी एक वीडियो में राम रहीम को ये कहते सुनाई देते हैं, "पांच साल बाद ऐसा जश्न मनाने का मौका मिला है. मुझे कम से कम पांच केक काटने चाहिए. ये पहला केक है." दरअसल, शस्त्र अधिनियम के तहत हथियारों का सार्वजनिक प्रदर्शन (तलवार से केक काटना) पर पाबंदी है. 


आइये पढ़ते हैं राम रहीम से जुड़े 5 बड़े विवाद... 


साध्वी से रेप का मामला


राम रहीम पर साध्वी के साथ रेप का आरोप लगा था. ये आरोप साल 2002 में एक खत के जरिए लगाया गया था. उस दौरान हाई कोर्ट ने मामले को लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. सीबीआई द्वारा जांच में आरोपों को सही पाया गया.


पत्रकार की हत्या


राम रहीम एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी सजा काट रहे हैं. दरअसल, पत्रकार ने साध्वी बलात्कार मामले को अपने अखबार में छापा था जिसके बाद नवंबर 2002 में उसकी गोली मारकर हत्या करा दी गई. साल 2006 में इस मामले को सीबीआई के हाथ सौंपा गया था. एजेंसी के वकील एचपी एस वर्मा ने सीबीआई कोर्ट के बाहर कहा था, “गुरमीत राम रहीम सिंह और उनके पूर्व प्रबंधक कृष्ण लाल को आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) के साथ धारा 302 (हत्या) के तहत दोषी ठहराया गया.


रंजीत सिंह की हत्या


मई 2002 में राम रहीम का "साध्वियों का यौन शोषण" का आरोप लगाने वाले गुमनाम चिट्ठी के बाद इस शख्स को खोजने के लिए अपने लोगों को लगाया था. डेरा की प्रभावशाली 10 लोगों की टीम ने डेरा के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की जुलाई 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी थी. रंजीत सिंह का चिट्ठी के पीछे भूमिका मिली थी.


गुरु गोबिंद सिंह की नकल...


एक समारोह के दौरान राम रहीम ने कथित तौर पर गुरु गोबिंद सिंह की नकल कर के सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत किया था. जिसके बाद इस मामले में केस दर्ज हुआ था. 20 मई, 2007 को राजिंदर सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था.


साधुओं को नपंसुक


राम रहीम पर 400 साधुओं को नपंसुक बनाने का भी मामला दर्ज है. साधुओं को ये कहकर नपुसंक बनाया गया कि ऐसा होने से वो लोग प्रभु को महसूस कर सकेंगे. 


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