Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित भगवान श्रीराम के बालरूप श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त आ गया है. आज यानी सोमवार (22 जनवरी) को दोपहर साढ़े 12 बजे के आसपास रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी और अगले दिन यानी 23 जनवरी से श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खुलने की उम्मीद है.

रामभक्त वर्षों से इस घड़ी का इंतजार कर रहे थे. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर और दुनियाभर में फैले श्रद्धालुओं के बीच उत्सव और उल्लास का महौल देखा जा रहा है. आइये जानते हैं प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जुड़ी बड़ी बातें.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

अयोध्या में कई स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है. एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में 10,715 एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित कैमरों से नजर रखी जा रही है. एनएसजी की दो स्नाइपर टीमें तैनात की गई हैं. एंटी-माइन ड्रोन तैनात किए गए हैं. अयोध्या की सुरक्षा में 13 हजार जवान तैनात किए गए हैं. 

ये है रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त

राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 12:15 बजे से 12:45 के बीच होने की उम्मीद है. इस बीच 84 सेकेंड का शुभ मुहूर्त है, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से शुरू होगा और 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख हस्तियों, राजनेताओं, अभिनेताओं, खिलाड़ियों आदि की सभा को संबोधित करेंगे.

गूंजेगी 'मंगल ध्वनि'

रविवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के माध्यम से बताया, ''भक्ति भाव से विभोर अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रातःकाल 10 बजे से 'मंगल ध्वनि' का भव्य वादन होगा. 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र, विभिन्न राज्यों से, लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घटना का साक्षी बनेंगे. अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र इस भव्य मंगल वादन के परिकल्पनाकार और संयोजक हैं, जिसमें केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली ने सहयोग किया है. यह भव्य संगीत कार्यक्रम हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक है, जो प्रभु श्री राम के सम्मान में विविध परंपराओं को एकजुट करता है.''

इन वाद्ययंत्रों का होगा इस्तेमाल

ट्रस्ट ने बताया, ''उत्तर प्रदेश के पखावज, बांसुरी और ढोलक, ओडिशा का मर्दल, कर्नाटक का वीणा, मध्य प्रदेश का सन्तूर, पंजाब का अलगोजा, मणिपुर का पुंग, महाराष्ट्र का सुन्दरी, असम का नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ का तम्बूरा, दिल्ली की शहनाई, आंध्र प्रदेश का घटम, राजस्थान का रावणहत्था, झारखंड का सितार, पश्चिम बंगाल का श्रीखोल और सरोद, गुजरात का सन्तार, तमिलनाडु का नागस्वरम्, तविल और मृदंगम्, बिहार का पखावज और उत्तराखंड का हुड़का जैसे वाद्ययंत्रों से इस्तेमाल किए जाएंगे.

रामलला के लिए पहुंचे हैं ये विशेष उपहार

भव्य आयोजन के लिए अयोध्या को सजाया गया है. प्राण-प्रतिष्ठा से पहले भारी संख्या आगंतुक और साधु-संत शहर में आ रहे हैं. इस विशाल आयोजन को लेकर देश के हर कोने से रामलला के लिए उपहार पहुंचे हैं.

कन्नौज से विशेष इत्र, अमरावती से 500 किलो कुमकुम, दिल्ली में राम मंदिर में एकत्र किया गया अनाज, भोपाल से फूल और मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से 4.31 करोड़ बार भगवान राम लिखे कागज, 108 फुट की अगरबत्ती, 2,100 किलो की घंटी 1,100 किलो वजनी एक विशाल दीपक, 56 किस्म के ‘पेठा’, सोने की चप्पल, 10 फुट ऊंचा ताला और चाभी और एक साथ आठ देशों का समय बताने वाली एक घड़ी,  500 किलो लोहे-तांबा का नगाड़ा और 'ओनाविलु' धनुष उपहार के रूप में पहुंचे हैं.

मंदिर को नेपाल के जनकपुर में माता सीता के जन्मस्थान से 3000 से ज्यादा उपहार भेजे गए हैं. एक श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल रामायण में वर्णित अशोक वाटिका नामक उद्यान से एक विशेष उपहार लेकर पहुंचा है.

अयोध्या में मेहमानों का आगमन

करीब 8,000 आमंत्रितों की लंबी सूची में से कई अभिनेता और खिलाड़ी रविवार (21 जनवरी) को अयोध्या पहुंचे. कंगना रनौत, शेफाली शाह, रणदीप हुड्डा, पवन कल्याण, रजनीकांत, शंकर महादेवन रविवार को उत्तर प्रदेश पहुंचे. इनमें कोई अयोध्या तो कोई लखनऊ में पहुंचा. साइना नेहवाल, पीटी उषा, अनिल कुंबले, वेंकटेश प्रसाद भी यूपी पहुंचे.

मेहमानों को मिलेगा महाप्रसाद

मेहमानों को मंदिर से महाप्रसाद का एक पैकेट मिलेगा जिसमें दो लड्डू, सरयू नदी का जल अक्षतम् सुपारी की थाली, कलावा होगा. गुजरात की भगवा सेना भारती गर्वी और संत सेवा संस्थान ने महाप्रसाद का पैकेट तैयार किया है.

प्राण प्रतिष्ठा से पहले इसके लिए अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गए थे. गुरुवार (18 जनवरी) को राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति रखी गई थी. मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने 51 इंच की रामलला की मूर्ति बनाई है. 

पीएम मोदी का 11 दिन का व्रत

पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए 11 दिन का उपवास और सात्विक दिनचर्या का पालन किया. इस दौरान उन्होंने केवल नारियल पानी का सेवन किया और फर्श पर सोए. पीएम मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर थे, उन्होंने रामायण से जुड़े मंदिरों में दर्शन किए. पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में मंदिरों का दौरा किया. रविवार को पीएम मोदी अरिचल मुनाई गए, जहां माना जाता है कि राम सेतु का निर्माण हुआ था.

कांग्रेस और 'इंडिया' के दलों ने किया समारोह में जाने से इनकार

कांग्रेस ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया था. विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल और भी कई दलों के नेता समारोह में नहीं जा रहे हैं.

कहीं पूरे दिन की तो कहीं आधे दिन की छुट्टी

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए 22 जनवरी को कई राज्यों में पूरी छुट्टी है जबकि कुछ राज्यों ने आधे दिन की छुट्टी और स्कूल-कॉलेज बंद रखने की घोषणा की है. केंद्र सरकार ने आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है जबकि सोमवार को बाजार बंद रहेंगे. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आधे दिन बंद रहेंगी. जिन राज्यों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है वहां बैंक पूरे दिन बंद रहेंगी.

कार्यक्रम पर विवाद

बता दें कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर देश में जोरदार बहस देखने को मिली है. कांग्रेस समेत कई दलों ने दावा किया कि राम मंदिर के उद्घाटन का बीजेपी और आरएसएस ने राजनीतिकरण कर दिया है. कुछ धार्मिक नेताओं ने कहा कि मंदिर अभी तैयार नहीं है और अधूरे मंदिर में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा करना उचित नहीं है. वहीं, मंदिर के ट्रस्ट ने कहा है कि प्राण-प्रतिष्ठा गर्भगृह में होगी जो पूरा हो चुका है.

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