Rajya Sabha Election 2022: हरियाणा में होने वाले राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election) में कांग्रेस को अपने विधायकों के क्रॉस-वोटिंग का डर सता रहा है. हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए तीन उम्मीदवारों के मैदान में आने से मतदान तय है. ताजा हालात और हरियाणा के पुराने अनुभव के मद्देनजर कांग्रेस अपने विधायकों को इकट्ठा करने में जुट गई है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस हरियाणा (Haryana) के विधायकों को राजस्थान या छत्तीसगढ़ शिफ्ट कर सकती है. 


90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं. पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन (Ajay Maken) को उम्मीदवार बनाया है. जीत के लिए एक उम्मीदवार को 31वोट चाहिए. यानी कांग्रेस के पास विधायकों का संख्याबल है लेकिन विधायक कुलदीप बिश्नोई पार्टी से नाराज चल रहे हैं. विश्नोई के अलावा यदि कांग्रेस का एक विधायक भी टूटा तो माकन के लिए जीत मुश्किल हो जाएगी. 


निर्दलीय उम्मीदवार को मिला JJP का साथ


बीजेपी और कांग्रेस के एक-एक उम्मीदवार के अलावा नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन जेजेपी के समर्थन से मिडिया उद्यमी कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय पर्चा भरा है. कार्तिकेय शर्मा के पिता विनोद शर्मा हुड्डा सरकार में मंत्री रह चुके हैं. विनोद शर्मा को हुड्डा का करीबी भी माना जाता है. जेजेपी बीजेपी के साथ हरियाणा की गठबंधन सरकार में शामिल है. 


किलेबंदी में जुटी कांग्रेस


जाहिर है अपने उम्मीदवार के अलावा बीजेपी (BJP) भी कार्तिकेय शर्मा को जिताने की पूरी कोशिश करेगी. इसके लिए कांग्रेस (Congress) के विधायकों को तोड़ने की कोशिश की जाएगी. हालात को भांपते हुए कांग्रेस अपने विधायकों की किलेबंदी में जुट गई है. अग्नि परीक्षा भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) की होनी है. अगर वो विश्नोई (Kuldeep Bishnoi) के अलावा भी बचे 30 विधायकों को एकजुट रख लेते हैं तो माकन के राज्यसभा पहुंचने की संभावना बनी रहेगी.


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