जयपुरः राजस्थान सरकार विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए एक संशोधित प्रस्ताव राज्यपाल कलराज मिश्र को भेजेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की शुक्रवार देर रात हुई बैठक में उन बिंदुओं पर विचार किया गया जो सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव पर राज्यपाल ने उठाए हैं. सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल की बैठक शनिवार को भी हो सकती है.

मंत्रिमंडल से संशोधित प्रस्ताव किया जाएगा पारित

सूत्रों के मुताबिक, ‘‘विधानसभा सत्र बुलाने के कैबिनेट के प्रस्ताव पर राजभवन द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर शुक्रवार रात कैबिनेट बैठक में चर्चा हुई.’’ सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल की बैठक शनिवार को फिर हो सकती है. मंत्रिमंडल से मंजूरी के बाद ही संशोधित प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा जाएगा.

उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने सरकार के पहले प्रस्ताव पर कुछ बिंदु उठाते हुए राज्य सरकार के संसदीय कार्य विभाग से कहा कि वह इन बिंदुओं के आधार पर स्थिति पेश करे.

राज्यपाल ने उठाए थे ये मुद्दे

राजभवन द्वारा जिन छह बिंदुओं को उठाया गया है उनमें से एक यह भी है कि राज्य सरकार के पास बहुमत है तो विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सत्र आहूत करने का क्या औचित्य है?

इसके साथ ही इसमें कहा गया है कि विधानसभा सत्र किस तारीख को बुलाया जाना है, इसका उल्लेख कैबिनेट नोट में नहीं है और ना ही कैबिनेट द्वारा कोई अनुमोदन प्रदान किया गया है.

गहलोत बीते कुछ दिनों से विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं और इसी सिलसिले में शुक्रवार को उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी, जबकि कांग्रेस विधायकों ने राजभवन के बाहर धरना दिया था.

ये भी पढ़ें

सामना को दिए इंटरव्‍यू में बोले उद्धव ठाकरे, 'मैं ट्रंप नहीं हूं, अपने लोगों को तड़पते नहीं देख सकता'

MP मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निकले कोरोना पॉजिटिव, कहा- जो संपर्क में आए वो क्वॉरंटीन हो जाएं