मुंबई: ठाकरे परिवार से शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने उतर रहे हैं. शिवसेना के साठ साल के इतिहास में में यह पहला मौका है जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ रहा है. इस बीच खबर है कि आदित्य ठाकरे के चाचा और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने बड़ा फैसला लिया है. जिस वर्ली विधानसभा सीट से से आदित्य ठाकरे सियासी समर में उतर रहे हैं उस सीट पर एमएनएस अपनी उम्मीदवार नहीं उतारेगी.

राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने आज महाराष्ट्र विधानसभा उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की. इसमें वर्ली से विधानसभा उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है. जानकारी के मुताबिक राज ठाकरे ने पार्टी के बाकी नेताओं के साथ मिलकर आदित्य ठाकरे के खिलाफ उम्मीदवार ना देने का फैसला किया है. गुरुवार को एमएनएस की तीसरी लिस्ट जारी होगी जिसमें 45-50 उम्मीदवारों का नाम होगा लेकिन वर्ली से उम्मीदवार का एलान पार्टी नहीं करेगी.

बता दें कि इस खबर के आने से पहले एबीपी न्यूज़ ने वर्ली विधान सभा क्षेत्र के विभाग अध्यक्ष संतोष धुरी से बात की था जो इस सीट पर एमएनएस की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके थे. संतोष ने कहा कि मैंने अपनी पूरी तैयारी कर ली है लेकिन राज ठाकरे जो निर्णय लेंगे वो मुझे मान्य होगा. फ़िलहाल मुझे तैयारी करने के लिए कहा गया है और नहीं लड़ने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया, जब निर्णय आएगा तब देखेंगे.

राज ठाकरे के विरोधियों की मानें तो वे खुद उम्मीदवार न देकर एनसीपी की मदद कर सकते हैं. एनसीपी नेता अजित पवार ने कुछ दिन पहले घोषणा की थी कि वो आदित्य के सामने उम्मीदवार खड़ा करेंगे. राज अपना उम्मीदवार ना देकर एनसीपी को पर्दे के पीछे से मदद कर आदित्य के लिए मुश्किल बन सकते है. हालांकि राज को जाननेवाले लोगों का कहना था कि उनका स्वभाव ऐसा नहीं है कि वो आदित्य को गिराने के लिए छुपा गठबंधन करें.