महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर चल रही बहस के बीच एमएनएस चीफ राज ठाकरे औरंगाबाद में रैली कर रहे हैं. इस रैली में राज ठाकरे ने अपने समर्थकों से कहा कि, आप सभी लोगों का आशीर्वाद चाहिए. उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि, मैं कई मुद्दों पर आज बातचीत करूंगा. ठाकरे ने अपने संबोधन में महाराष्ट्र के मौजूदा हालात का जिक्र किया और शरद पवार पर जमकर निशाना साधा. 


राज ठाकरे ने औरंगाबाद में कहा कि, मुझे शक था कि इस रैली को मंजूरी मिलेगी या फिर नहीं. उन्होंने कहा कि, ये सभा सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं रहेगी. मैं सभी जिलों में जाकर सभा करूंगा. ऐसी रैलियां राज्य के हर जिले में आयोजित होंगीं. 


लाउडस्पीकर का मुद्दा धार्मिक नहीं - राज ठाकरे
लाउडस्पीकर को लेकर राज ठाकरे ने कहा कि, ये मुद्दा अचानक नहीं आया. लाउडस्पीकर कोई धार्मिक मुद्दा नहीं है, ये एक समाजिक मुद्दा है. इसे धार्मिक मुद्दा बनाने की कोशिश ना करें. अगर ऐसा करेंगे तो हम भी इसे मुद्दा बनाएंगे. अगर यूपी में लाउडस्पीकर हटाए गए तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं हटे? अगर लाउडस्पीकर पर अजान होगी तो हनुमान चालीसा भी पढ़ी जाएगी. 


हमें अपना इतिहास समझना जरूरी


राज ठाकरे ने कहा कि, महाराष्ट्र को समझना काफी जरूरी है. जिस भी समाज ने इतिहास को भुलाया उसके पैर के नीचे की जमीन हिल गई है. इसलिए मैं कहता हूं कि थोड़ा सा इतिहास समझना जरूरी है कि हम कौन हैं. हम महाराष्ट्र के हैं, हम मराठी हैं. इस महाराष्ट्र ने इस देश को क्या-क्या दिया, ये देश नहीं बल्कि एक भूमि थी. इस दौरान राज ठाकरे ने अलाउद्दीन खिलजी, औरंगजेब जैसे शासकों का जिक्र कर महाराष्ट्र का इतिहास बताया. उन्होंने कहा कि, शिवाजी महाराज ने किस तरह इनसे लोहा लिया. 


'महाराष्ट्र गड्ढे में जा रहा है'
राज ठाकरे ने कहा कि, हमारा महाराष्ट्र आज गड्ढे में जा रहा है. सबसे ज्यादा बुद्धिजीवी महाराष्ट्र में है. ऐसा कुछ नहीं है जो महाराष्ट्र में ना हो. आज इन्होंने महाराष्ट्र की हालत क्या करके रख दी है. ये लोग मां-बहन की गालियां देते हैं. कोई मुद्दे पर बोलने को तैयार ही नहीं है. हम आज युवाओं को क्या सिखा रहे हैं. राज ठाकरे ने कहा कि, मेरे दो भाषण क्या हो गए लोग तड़पने लगे. शरद पवार ने कहा कि, मैं दो समाजों में दूरी पैदा कर रहा हूं. पवार साहब आप जाति-जाति में जो दूरी पैदा कर रहे हैं, उससे दूरी पैदा हो रही है. 


शरद पवार हैं नास्तिक - राज ठाकरे
राज ठाकरे ने आगे अपने संबोधन में कहा कि, आज घर जाइए और यू-ट्यूब पर देखिए कि क्या कभी पवार साहब ने छत्रपति शिवाजी के बारे में बोला है क्या. जिन दिन मैंने कहा कि शरद पवार साहब नास्तिक हैं, लेकिन मेरी बात उन्हें चुभ गई. मुझे जो पता था वो मैंने बोला. इसके बाद उन्होंने देवी-देवताओं की फोटो निकाल लीं. लेकिन उनकी बेटी ने खुद बोला है कि मेरे पिता नास्तिक हैं. राज ठाकरे ने शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा कि, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि हम जात-पात नहीं देखते हैं. आपकी राजनीति ध्रुवीकरण की है. एनसीपी के महाराष्ट्र में आने के बाद जाति की राजनीति शुरू हुई. लोकमान्य तिलक ने सबसे पहला समाचार पत्र जो शुरू किया उसका नाम मराठा था. ये बात शरद पवार कभी किसी को नहीं बताएंगे. 


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