मुंबई: ट्रेन में बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों पर नकेल कसने के लिए सेंट्रल रेलवे ने एक अभियान शुरू किया है. अभियान के तहत सेंट्रल रेलवे में बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. एक तरफ जहां बिना टिकट सफर करने वालो यात्रियों की संख्या में कोई गिरावट नहीं आ रही है तो वहीं दूसरी ओर इस अभियान से सेंट्रल रेलवे रिकॉर्ड तोड़ कमाई कर रही है.


क्या कहते हैं आंकड़े


सेंट्रल रेलवे ने साल 2020 के आंकड़े जारी किए हैं. जिसमें बिना टिकट यात्रियों के काटे गए चालान से सेंट्रल रेलवे को 168.09 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई हुई है. सेंट्रल रेलवे के जनवरी के आंकड़ों के मुताबिक 12.95 करोड़ रुपये जनवरी में रेलवे को चालान के जरिए मिले. पिछले साल जनवरी के मुकाबले रेलवे को 13.20 प्रतिशत का फायदा हुआ है. पिछले साल जनवरी में रेलवे को चालानों से 11.44 करोड़ रुपये मिले थे.


जनवरी में बिना टिकट के यात्रा करने वाले 2.82 लाख मामले दर्ज किए गए. जबकि पिछले साल जनवरी में 2.51 लाख मामले दर्ज किए गए थे. इसके तहत मामलों में 12.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई. वहीं अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 के बीच बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ कुल 32.71 लाख मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल इसी समय 29.56 लाख मामले दर्ज किए गए थे.


अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 के दौरान बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों से रेलवे को 168.09 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. जबकि पिछले साल इस समय में रेलवे को 147 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था. सेंट्रल रेलवे के जनसंपर्क विभाग के अधिकारी का कहना है कि सेंट्रल रेलवे का अभियान बिना टिकट यात्रा पर लगाम लगाने के लिए चलाया जा रहा है. अभियान शुरू करने के पीछे हमारा केवल एक ही मकसद है कि रेल यात्रियों को बेहतर सेवा दे सके.


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