Rahul Gandhi: लोकसभा में सोमवार (3 फरवरी) को जब राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई तो नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार को जिस अंदाज में घेरा, वह अंदाज अब चर्चा में है. राहुल गांधी ने अपना मोबाइल निकालकर केन्द्र सरकार की 'मेक इन इंडिया' पॉलिसी पर सवाल खड़े किए. उन्होंने मोबाइल का उदाहरण देकर समझाया कि जिस तरह इस मोबाइल को बनाने में इस्तमाल हुई सारी चीजें चीन में बनी है और हम बस इसका उपभोग कर रहे हैं, ऐसा हर विभाग में हो रहा है. हम चीन की बनी हुई चीजों का इस्तेमाल कर उसे टैक्स दे रहे हैं और ये इसलिए हो रहा है क्योंकि हमारे देश में निर्माण क्षेत्र पर फोकस नहीं किया जा रहा है.

राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान मोबाइल दिखाते हुए कहा, 'हम कहते हैं कि यह मोबाइल फोन हमने बनाया है लेकिन यह सही नहीं है. हम इसे सिर्फ असेंबल (पार्ट्स जोड़ना) करते हैं. इसके जो भी कंपोनेंट (पार्ट्स) हैं, वे सभी चीन में बने हैं. जो नेटवर्क यह मोबाइल प्रोड्यूस करता है, वह भी चीन में बना है. यह चीन का है. जब कभी भी हम यह फोन उपयोग करते हैं, जब कभी भी हम चीन की शर्ट पहनते हैं, स्नीकर्स (शूज) पहनते हैं तो हम चीन को टैक्स देते हैं.' 

'हमें निर्माण क्षेत्र पर ध्यान देना होगा'राहुल गांधी ने कहा, 'राष्ट्रपति अभिभाषण पर मैं पहला संदेश यही देना चाहूंगा कि भारत को अब पूरी तरह से निर्माण क्षेत्र पर ध्यान देना होगा क्योंकि अगर हम इस पर फोकस नहीं करेंगे और लगातार सिर्फ उपभोग करते रहेंगे तो हम पाएंगे कि हमारा वित्तीय घाटा बहुत बढ़ता जाएगा, बेरोजगारी जैसी समस्या और गहराती जाएगी और इससे सामाजिक तनाव भी बढ़ता जाएगा.'

राहुल गांधी ने इसके बाद कहा कि दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है. युद्ध सामग्री, मेडिकल ट्रीटमेंट, शिक्षा, हमारे खाने का अंदाज सब कुछ बदलने वाला है. ऐसे में हमें बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए और जरूरी कदम उठाने चाहिए. उन्होंने बताया कि किस तरह रूस-यूक्रेन युद्ध में एडवांस टेक्नोलॉजी से बना हुआ एक छोटा सा ड्रोन, बड़े बड़े टैंकों को खत्म कर दे रहा है. ऐसे में समय की मांग को देखते हुए भारत में बहुत कुछ किए जाने की आवश्यकता है.

राहुल गांधी ने कहा, 'हमें प्रोडक्शन नेटवर्क बनाने की जरूरत है ताकि डेटा भी हमारे पास रहे. चीन इस मामले में हमसे कम से कम 10 साल आगे है. चीन बैटरीज़ पर, रोबोट्स, मोटर्स, ऑप्टिक्स सब पर काम कर रहा है. हमें भी अब सभी विभागों में दक्षता लानी होगी.'

चीन की घुसपैठ को प्रोडक्शन से जोड़ाराहुल गांधी ने इस दौरान यह भी कहा कि आज अगर चीन भारत के कुछ हिस्से पर कब्जा किए हुए है तो इसका कारण भी यही है कि हमने प्रोडक्शन पर फोकस नहीं किया. उन्होंने कहा, 'रक्षा विभाग की बात करें तो लोगों को लगता है कि युद्ध जो है आर्मी और हथियारों के बीच लड़ा जाता है लेकिन तथ्य ये है कि युद्ध इंडस्ट्रियल सिस्टम से लड़ा जाता है. चीन के पास जो इंडस्ट्रियल सिस्टम है वह हमारी तुलना में बहुत मजबूत है, बहुत बड़ा है. इसीलिए उनकी इतनी हिम्मत हुई कि वह हमारे देश के अंदर घुस कर बैठ गए. चीन का भारत में घुसने का कारण यही है कि भारत ने प्रोडक्शन के क्षेत्र में हाथ खड़े कर दिए.

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