P Chidambaram On Rahul Gandhi: पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार (26 मार्च) को कहा कि उनकी पार्टी के नेता राहुल गांधी की लोकसभा से अयोग्यता से कांग्रेस मजबूत होगी, जिससे अगले साल होने वाले आम चुनाव में भी मदद मिलेगी. इसके साथ ही उन्होंने मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को अघोषित आपातकाल करार दिया है.


समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटव्यू में उन्होंने कहा कि सत्ताधारी बीजेपी ने कांग्रेस को अपना मुख्य लक्ष्य बनाया है, जिससे कि क्षेत्रीय दलों को आसानी से टारगेट किया जा सके. हालांकि उन्होंने ये जोर देकर कहा है कि इससे कांग्रेस का सफाया नहीं होने वाला और क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी के खिलाफ उठेंगी और लड़ेंगी.


मौजूदा राजनीति पर चिदंबरम


उन्होंने कहा, “देश पहले से ही आपातकाल जैसी स्थिति में है. ये एक अघोषित आपातकाल है. आपातकाल के दौरान की शिकायतों के दौरान एक ये था कि प्रेस की स्वतंत्रता छिन गई थी. क्या ये आज के दौर में अलग है? पत्रकार और मीडिया की स्वतंत्रता आज कई बाधाओं के अधीन हैं. बीजेपी का मुख्य लक्ष्य कांग्रेस पार्टी है. उन्हें लगता है कि अगर वे चुनावी रणभूमि से कांग्रेस पार्टी को खत्म करने में सक्षम हैं, तो क्षेत्रीय या राज्य-विशिष्ट दल आसान लक्ष्य होंगे. वे दोनों मायने में गलत हैं. कांग्रेस पार्टी को समाप्त नहीं किया जा सकता है. क्षेत्रीय या राज्य-विशिष्ट पार्टियां उठेंगी और लड़ेंगी.”


लोकसभा चुनावों में इसका असर


राहुल गांधी के मामले में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मदद मिलेगी इसको लेकर उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम ने कांग्रेस पार्टी को और अधिक फौलादी बना दिया है. हम जानते हैं कि हम एक शक्तिशाली ताकत से लड़ रहे हैं. बीजेपी से लड़ना, उद्देश्य की एकता, संघर्ष, त्याग आदि से कांग्रेस पार्टी निश्चित रूप से मजबूत होगी. एक मजबूत कांग्रेस निश्चित रूप से (2024) चुनाव में एक बड़ी ताकत होगी.”


टीएमसी को लेकर क्या बोले चिदंबरम?


इसको लेकर उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति, साझा लक्ष्यों और आपसी सम्मान की आम समझ के जरिए ही विपक्षी एकता को हासिल और कायम रखा जा सकता है. कांग्रेस में किसी ने भी सुझाव नहीं दिया है कि कांग्रेस को बिग बॉस होना चाहिए. जिस तरह सोनिया गांधी और डॉ. मनमोहन सिंह ने यूपीए (गठबंधन और सरकार) का असाधारण शिष्टता और समझदारी से नेतृत्व किया, इस तथ्य का प्रमाण है कि कांग्रेस में किसी के भी मन में सुपीरियर का भाव नहीं है.”


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