Opposition Over Rahul Gandhi Disqualification: गुजरात की एक अदालत की ओर से राहुल गांधी को 2019 के 'मोदी सरनेम' वाले मानहानि मामले में दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद, उनकी संसद सदस्यता रद्द हो गई. राहुल की संसद सदस्यता जाने पर एक बार फिर से विपक्षी एकजुटता के लिए कई नेता मुखर हुए हैं. एनसीपी प्रमुख शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन जैसे प्रमुख चेहरों ने कहा कि एक साथ खड़े होने की जरूरत है.
कांग्रेस ने भी कहा है कि उसे समर्थन करने वाली पार्टियों का स्वागत है और पार्टी उनके संपर्क में रहेगी. आइये जानते हैं कि कौन-कौन से विपक्षी दलों की ओर से इस बीच एकजुटता की बात कही गई है.
एक साथ खड़े होने की जरूरत- शरद पवारएनसीपी प्रमुख शरद पवार ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने का जिक्र करते हुए अपने एक ट्वीट में लिखा, ''हम सभी को अपने लोकतांत्रिक संस्थानों की रक्षा के लिए एक साथ खड़े होने की जरूरत है.''
हमें मिलकर आगे आना होगा- अरविंद केजरीवालदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''आज देश में जो चल रहा है बहुत खतरनाक है. विपक्ष को खत्म करके ये लोग वन-नेशन वन-पार्टी का माहौल बनाना चाहते हैं, इसी को तो तानाशाही कहते हैं. मेरी देशवासियों से अपील है- हमें मिलकर आगे आना होगा, जनतंत्र बचाना है, देश बचाना है.''
एक अन्य ट्वीट में केजरीवाल ने कहा, ''लोकसभा से राहुल गांधी का निष्कासन चौंकाने वाला है. देश बहुत कठिन दौर से गुजर रहा है. पूरे देश को इन्होंने (मोदी सरकार) डरा कर रखा हुआ है. 130 करोड़ लोगों को इनकी अहंकारी सत्ता के खिलाफ एकत्र होना होगा.''
एकजुट होकर इसका विरोध करना है- एमके स्टालिनतमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने राहुल गांधी को सांसद के तौर पर अयोग्य किए जाने पर निंदा करते हुए कहा, ''मेरे आग्रह है कि राहुल गांधी पर लिया गया एक्शन वापस लिया जाए. मैं सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि वे महसूस करें कि राहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्रवाई प्रगतिशील लोकतांत्रिक ताकतों पर हमला है और एकजुट होकर इसका विरोध करना है.''
सत्तावादी हमलों का विरोध करना होगा- सीताराम येचुरीभारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ''यह निंदनीय है कि बीजेपी अब विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने और उन्हें अयोग्य ठहराने के लिए आपराधिक मानहानि का रास्ता अपना रही है, जैसा कि अब राहुल गांधी के साथ किया गया है. यह विपक्ष के खिलाफ ईडी और सीबीआई का शीर्ष दुरुपयोग बताता है. ऐसे सत्तावादी हमलों का विरोध करना होगा और उन्हें हराना होगा.''
केवल लड़ाई को दिशा देनी है- उद्धव ठाकरेशिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने कहा, ''राहुल गांधी सदस्यता रद्द कर दी गई है. चोर को चोर कहना हमारे देश में गुनाह हो गया है. चोर और लुटेरे अब भी आजाद हैं और राहुल गांधी को सजा दी गई. यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है. पूरा सरकारी तंत्र दबाव में है. यह तानाशाही के अंत की शुरुआत है. केवल लड़ाई को दिशा देनी है.''
यह पार्टियों के बीच संघर्ष का मामला नहीं, सभी लोगों को... - केसीआरतेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, ''यह पार्टियों के बीच संघर्ष का मामला नहीं है. सभी लोगों को लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए बीजेपी सरकार के कुकृत्यों की खुलकर निंदा करनी चाहिए. बीजेपी की बुरी नीतियों का विरोध करना चाहिए...''