नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने देश में मोदी सरकार द्वारा लगाए लॉकडाउन को पूरी तरह फेल बताया है.एक ट्वीट के जरिए राहुल गांधी ने ये कहा है.


राहुल गांधी ने जो ट्वीट किया है उसमें उन्होंने कुछ देशों का उदाहरण ग्राफ के जरिए देकर लिखा है कि ये ऐसा है जो कि एक असफल लॉकडाउन जैसा दिखता है. राहुल गांधी का मानना है कि देश में अनलॉक का फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब यहां कोरोना के मामले बेहद तेजी से बढ़ते जा रहे हैं.





अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने स्पेन, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन देशों के लॉकडाउन लगाने की तारीखों और भारत के लॉकडाउन और अनलॉक की तारीखों की तुलना करते हुए लिखा है कि लॉकडाउन पूरी तरह फेल है.


राहुल गांधी ने ग्राफ के जरिए ये दिखाया है कि जब इन देशों में कोरोना के मामले बढ़ रहे थे तब वहां लॉकडाउन लगाया गया और जब मामले कम होने शुरू हुए तब अनलॉक की प्रक्रिया की गई. लेकिन भारत में जब अनलॉक किया जा रहा है तब देश में कोरोना के मामले बेतहाशा बढ़ रहे हैं.


कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई यूरोपीय देशों में कोविड-19 का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने और उसे हटाने के बाद कोरोना वायरस के मामले में कमी आने का हवाला देते हुए शुक्रवार को भारत में लॉकडाउन को विफल करार दिया.


उन्होंने ब्रिटेन, जर्मनी, स्पेन और इटली में लॉकडाउन लगाने और उसे हटाने के बाद कोरोना वायरस के मामलों में लगातार कमी होने, लेकिन भारत में संक्रमण में लगातार बढ़ोतरी होने से संबंधित ग्राफ ट्विटर पर शेयर किया. राहुल गांधी ने कहा कि एक विफल लॉकडाउन ऐसा दिखता है.


गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के मामलों लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक के सबसे ज्यादा नए 9,851 मामले सामने आए और 273 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,26,770 और मृतकों की संख्या बढ़कर 6,348 हो गई.


बता दें कि राहुल गांधी कई मौकों पर कह चुके हैं कि देश में लॉकडाउन फेल हो गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आकर इस बात को स्वीकार करना चाहिए. पहले भी राहुल गांधी इस बात पर जोर दे चुके हैं कि लॉकडाउन का फैसला सरकार ने जल्दबाजी में लिया और इसके लिए कोई रणनीति नहीं बनाई गई.


ये भी पढ़ें


सुप्रीम कोर्ट ने कहा- गांव वापस लौट रहे मज़दूरों को दिया जाए रोज़गार, 9 जून को विस्तृत आदेश