Punjab RPG CASE: पंजाब पुलिस (Punjab Police) की इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट दागे हुए चार महीने हो गए लेकिन अभी तक पुलिस रॉकेट हमले करने वाले को नहीं पकड़ पाई है. इसी बीच एबीपी न्यूज को पड़ताल में पता चला कि माहोली के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आरपीजी अटैक (RPG Attack) करने वाले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग के दो शार्प शूटर दीपक और दिव्यांशु भारत के खिलाफ हुई अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा क्यों बने थे? आईएसआई (ISi) के पिट्ठू मोस्ट वांटेड हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा( harwinder singh Rinda) ने रॉकेट हमले से पहले दीपक और दिव्यांशु किसकी हत्या कहां और कब करवाई थी? 


मामला क्या है? 
इसी साल 9 मई रात करीब पौने आठ बजे चंडीगढ़ से सटे माहोली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट दागे गए थे. बिल्डिंग  पर रॉकेट अटैक बिना किसी डरे दीपक और दिव्यांशु ने चलती कार से किया था. ऐसे में सवाल उठ रहा कि दोनों के पास इतनी हिम्मत कैसे आ गई? इनसे हमला करने के लिए किसने कहा था? 


ISI के पिट्ठू मोस्ट वांटेड हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा लॉरेंस बिश्नोई से कैसे मिला?
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक अबोहर का नरेश लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक्टिव मेंबर और उसका बचपन का साथी है. सबसे पहले हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और नरेश की मुलाकात अमृतसर में हुई. नरेश ने ही हरविंदर सिंह को लॉरेंस बिश्नोई से मिलवाया. लॉरेंस बिश्नोई और हरविंदर सिंह गैंग ने 2017 में खन्ना में रुपिंदर गांधी के भाई मैंडी गांधी की हत्या करवाई. साल 2017 में नरेश पकड़ा गया.  नरेश दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की अलग अलग जेलों में रहने के दौरान हरविंदर सिंह के संपर्क में रहा. 


हरविंदर सिंह के संपर्क में शूटर दीपक और दिव्यांशु कैस आया?
जेल में बंद नरेश कनाडा में सतबीर (जिसने मूसेवाला की हत्या की खबर सबसे पहले लॉरेंस बिश्नोई को तिहाड़ जेल में दी थी) के संपर्क में था. सतबीर ने नरेश की पहचान हरजोत से करवाई. हरजोत अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहता है और लॉरेंस ग्रुप के लिए काम करता है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि गोल्डी बराड और हरजोत विदेश से लॉरेंस का एक्सटॉर्शन रैकेट चलाते है. करीब 9 महीने पहले हरजोत और गोल्डी में लड़ाई हो गई थी. अब दोनों अलग अलग तरीके से एक्सटॉर्शन रैकेट चला रहे हैं.


गोल्डी बराड और हरजोत के झगड़े के बाद लॉरेंस के शूटर दीपक और दिव्यांशु को हरजोत के अंडर में काम करने लगे. हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा ने जेल में बंद नरेश और हरजोत से शूटर मांगे क्योंकि वो महाराष्ट्र में अपने भाई की हत्या का बदला लेना चाहता था. इसके बाद दीपक और दिव्यांशु सीधे हरविंदर सिंह के संपर्क में आए. हरविंदर सिंह के कहने पर दीपक और दिव्यांशु ने नासिक में हत्या की रिंदा ने इसके बदले पूरी टीम को 10 लाख रुपये दिए.


जनवरी 2022 में नरेश ने आरपीजी अटैक के मास्टरमाइंड हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा को हरजोत से मिलाया था. हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा ने हरजोत को कैलीफोर्निया पैसा भेजना शुरू किया. नरेश को हरजोत के जरिए हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा ने 10 लाख रुपये भेजे हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा ने अबोहर के चीता के जरिए भी नरेश को पैसा भेजता था. चीता को एक बार नवांशहर में भी 2 लाख रुपये की डिलीवरी मिली.


दीपक बहुत पैसा कमाने चाहता इसलिए वो सीधा हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के संपर्क में रहता है. हरविंदर सिंह ने दीपक की कई बार मदद की एक बार उसको पांच लाख रुपये भी भेजे.अब दीपक और दिव्यांशु सीधे हरविंदर सिंह के इशारे पर काम कर रहे हैं.


कौन है गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा? 
हरविंदर सिंह महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला है. आपराधिक रिकॉर्ड के कारण  वो पंजाब आया और उसकी बदमाशी का पंजाब यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट पॉलिटिक्स में होने लगा. यूनिवर्सिटी में गोली चलने के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने रिंदा अंडरग्राउंड हुआ और एक के बाद एक हत्या और फिरौती के मामलों में उसका नाम आने लगा महाराष्ट्र के अलावा चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली पुलिस की वांटेड लिस्ट में है. बताया जाता है कि रिंगा को आईएसआई ने लाहौर पहुंचा दिया है.


गैंगस्टर से रिंदा आतंकवादी बन गया है.और अब वो सीमा पार आतंकवाद का सबसे बड़ा चेहरा है. हरविंदर लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट, इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर रॉकेट अटैक, सीमा पार से विस्फोटक, और ड्रग्स भारत भेजने के दर्जनों केसों में वांटेड है.


यह भी पढ़ें-


Sidhu Moose Wala Case: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का आरोपी सचिन बिश्नोई गिरफ्त में, अजरबैजान में पकड़ा गया


Punjab News: गुजरात से पंजाब लाई जा रही 190 करोड़ की हेरोइन जब्त, टूलबॉक्स में छिपाकर करते थे स्मगलिंग