Punjab Assembly Election 2022: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के भाई डॉ मनोहर सिंह (Dr Manohar Singh) बस्सी पठाना (Bassi Pathana) से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी (Independent Candidate) के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया है. मनोहर सिंह कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे हैं. मनोहर सिंह बस्सी पठाना से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे. लेकिन उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में कांग्रेस ने बस्सी पठाना सीट से पार्टी विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को उम्मीदवार बनाया था.


पंजाब CM के भाई डॉ मनोहर सिंह ने दाखिल किया नामांकन


कांग्रेस से टिकट न मिलने से नाराज होकर डॉ. मनोहर सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर चुनाव लड़ने का फैसला किया और शुक्रवार को उन्होंने बस्सी पठाना से नामांकन भी दाखिल कर दिया. मनोहर सिंह ने गुरप्रीत सिंह जीपी को टिकट देने के कांग्रेस के फैसले को आम लोगों के साथ अन्याय बताया था. उन्होंने कहा था कि बस्सी पठाना के कई जाने माने लोगों ने उन्हें निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की सलाह दी. उन्होंने पहले भी साफ कर दिया था कि वापस जाने को कोई सवाल ही नहीं उठता है और निश्चित तौर पर चुनाव मैदान में उतरने का इरादा किया था.


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कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय लड़ने का फैसला


बताया जाता है कांग्रेस के वन फैमिली वन टिकट के फॉर्मूले के बाद डॉ मनोहर सिंह की दावेदारी पर पानी फिर गया. हालांकि सियासी गलियारों में इस बात की भी खूब चर्चा थी कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने भाई डॉ. मनोहर सिंह को टिकट दिलवाने के लिए काफी मशक्कत भी की. डॉ. मनोहर सिंह ने पिछले साल अगस्त के महीने में मोहाली खरार सिविल अस्पताल के सीनियर मेडिकल अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था. मनोहर सिंह ने एमबीबीएस और एमडी किया है. उनके पास पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिग्री भी है. इसके साथ ही उन्होंने कानून की भी पढ़ाई की है. बता दें कि पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे.


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