पंजाब कांग्रेस का अंदरूनी झगड़ा विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी जारी है. चंडीगढ़ में महंगाई के खलाफ प्रदर्शन में पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब यूथ कांग्रेस प्रधान बरिंदर ढिल्लो में बहस हुई. सिद्धू ने कहा कुछ चेहरों के चलते कांग्रेस हारी, लेकिन मैं नाम लेना नहीं चाहता, तो ढिल्लों ने कहा आप नाम लीजिए कौन लोग हैं वो? 


इसी तल्खी में सिद्धू महंगाई के लिए बुलाए गए विरोध प्रदर्शन में पुलिस बैरिकेडिंग की तरफ चल पड़े, लेकिन बाकी कई बड़े लीडर उनके साथ वहां नहीं गए. सिद्धू दो-तीन नेताओं के साथ पांच मिनट धरने पर बैठे, फिर कांग्रेस का प्रदर्शन खत्म हो गया और कलह एक कदम आगे बढ़ गई. 


पंजाब कांग्रेस की लड़ाई खुलकर सड़कों पर है


पंजाब कांग्रेस की लड़ाई खुलकर सड़कों पर है. इतना ही नहीं उधर राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने भी कहा कि सुनील जाखड़ शुरू से उनके खिलाफ बोलते हैं. वो दलित भाईचारे का अपमान करते हैं. जाखड़ चुनाव के नतीजे आने के बाद से चन्नी पर भड़ास निकाल रहे हैं. 


जाखड़ का मानना है कि दागी नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने के कारण पंजाब में कांग्रेस की हार हुई. हालांकि, चुनाव से पहले जाखड़ ने सिद्धू की बजाए हमेशा चन्नी को चेहरा बनाने की वकालत की थी और जिस सभा में राहुल ने चन्नी को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया था उस मंच पर जाखड़ भी थे.


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