लखनऊ: उत्तर प्रदेश की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अब राज्य की राजधानी लखनऊ में एक मजबूत राजनीतिक आधार शिविर स्थापित करेंगी. वह अब लखनऊ से राज्य की राजनीति पर नजर रखेंगी. प्रियंका के एक करीबी सूत्र की मानें तो वह काफी पहले लखनऊ अपना पॉलिटिकल बेस कैंप शिफ्ट करने के बारे में निर्णय ले चुकी थीं. इसके लिए जनवरी से शीला कौल के आवास पर नवीनीकरण का काम शुरू किया गया था.


हालांकि लॉकडाइन के कारण काम अस्थायी रूप से रुक गया था. अब निर्माण कार्य जल्द ही पूरा होने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि जैसे ही COVID-19 का प्रकोप थोड़ा कम होता है वरिष्ठ कांग्रेस नेता के आवास पर जाने की उम्मीद है और यहीं एक राजनीतिक केंद्र स्थापित किया जाएगा.


बता दें कि प्रियंका गांधी वाड्रा को सरकारी बंगला खाली करने के केंद्र सरकार का नोटिस मिला है. इस नोटिस के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इसको राजनैतिक दुर्भावना के तहत की गई कार्रवाई करार दे रहे हैं. केंद्र सरकार ने नोटिस जारी कर कहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा को 1 अगस्त तक अपना सरकारी आवास छोड़ना होगा क्योंकि अब वह उसकी हकदार नहीं है.


नोटिस में कहा गया है कि प्रियंका गांधी को यह सरकारी आवास इस वजह से मिला था क्योंकि उस दौरान वह एसपीजी सुरक्षा घेरे में थी लेकिन अब जबकि उनसे सुरक्षा घेरा वापस किया जा चुका है और नियमों में बदलाव हो चुका है. तो ऐसे में अब नियमों के हिसाब से वह सरकारी आवास में नहीं रह सकती और इस आधार पर उनको अपना सरकारी बंगला खाली करना होगा.